श्रीनगर। जम्मू संभाग में बसे रोहिंग्याओं को वापस भेजने के लिए केंद्र व राज्य सरकार अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई थी कि इस बीच रोहिंग्या शरणार्थियों का एक बड़ा वर्ग गुपचुप तरीके से लद्दाख संभाग के कारगिल में भी पहुंच गया है। इससे स्थानीय और केंद्रीय खुफिया एजेंसियां सकते में आ गई हैं। वह इन लोगों को कारगिल पहुंचाने वाले तत्वों की निशानदेही में जुट गई हैं।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी द्वारा जम्मू कश्मीर में बसे रोहिंग्याओं की संख्या को लेकर हाल ही में तैयार की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि इनमें से कई लोग कश्मीर घाटी और उससे भी आगे कारगिल पहुंच गए हैं।
खुफिया एजेंसी के मुताबिक, इस समय 55 रोहिंग्या कारगिल में हैं और वहां सीमा सड़क संगठन के कार्याधिकार क्षेत्र में बन रही सड़कों और राज्य लोक निर्माण विभाग द्वारा बिछाई जा रही सड़कों के काम में मजदूरी कर रहे हैं।
कारगिल और उससे सटे इलाकों में स्थानीय मुस्लिम समुदाय का एक वर्ग इन लोगों को वहां बसने में मदद कर रहा है। कुछ रोहिंग्याओं को द्रास के ऊपरी क्षेत्रों के अलावा लेह में भी देखा गया है, लेकिन उनकी संख्या की तत्काल जानकारी नहीं मिल पाई है। जम्मू संभाग में करीब 15 हजार रोहिंग्या बताए जाते हैं।