तेज-तर्रार टीवी पत्रकार रोहित सरदाना आज से अपनी नई पारी का आगाज करने जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, वे अब देश के नंबर वन चैनल ‘आजतक’ का हिस्सा बन गए हैं। शाम 5 बजे के स्लॉट के महारथी रोहित सरदाना ‘आजतक’ पर भी इसी समय अपना नया शो आज से पेश करेंगे। उनके नए शो का नाम है- दंगल: बहस का राजनीतिक अखाड़ा
गौरतलब है कि पिछले महीने जाने-माने सीनियर न्यूज एंकर व जी न्यूज के आउटपुट एडिटर रोहित सरदाना ने समूह को अपना इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने यहां एक दशक से अधिक की लंबी पारी खेली। वे साल 2004 से जी न्यूज के साथ जुड़े थे।
जी न्यूज में वे डिबेट शो ‘ताल ठोक के’ को होस्ट करते थे जिसमें देश के कई समकालीन सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की जाती है। बड़ी बात ये है कि ये शो पिछले कई समय से अपने टाइम स्लॉट का नंबर वन शो रहता है। इसके अतिरिक्त वे कई अन्य शो की मेजबानी भी करते नजर आते थे।
राष्ट्रवाद को लेकर कई अहम शो कर चुके रोहित की विशेषता है कि वे कई बार अपने शो के कांग्रेस हो या बीजेपी या कोई अन्य पार्टी के प्रवक्ता उनके बेमतलब के बयानों पर खूब खिंचाई करते हैं। रोहित का फ्लैगशिप शो ‘ताल ठोंक के’ उनकी इसी अदा के चलते लोकप्रियता बटोरता रहा है।
मूल रूप से हरियाणा के कुरुक्षेत्र के रहने वाले सरदाना ने अपनी माध्यमिक शिक्षा यहां के गीता निकेतन आवसीय विद्यालय से की। सरदाना मनोविज्ञान में स्नातक हैं और गुरु जम्भेश्वर यूनिवर्सिटी से मासकॉम में पोस्ट ग्रेजुएट (परास्नातक)। अपने हरियाणवी लहजे के चलते रोहित जब टीवी पर आए, तो उन्होेंने कड़ी मेहनत से हिंदी और अंग्रेजी भाषा पर अपना नियंत्रण कर प्रभावशाली एंकरिंग की।
कॉलेज के दिनों से ही टीवी पर आने का चाहत के चलते रोहित ने पत्रकारिता को लेकर काफी उत्साहित रहते थे और इस कारण वे दिन में कॉलेज अटेंडे करते और शाम-रात को आकाशवाणी के साथ काम करते। ईटीवी के शुुरुआती दिनों में जब वे दिल्ली में बतौर इंटर्न काम कर रहे थे, तो कई बार वे कुछ क्रांतिकारी करते रहते थे, जिसके चलते उनके सीनियर ने उन्हें हैदराबाद ट्रांसफर किया। ये वे अवसर था जब रोहित को एंकरिंग की प्रफेशनल ट्रेनिंग से रूबरू होना पड़ा। वहां उन्होंने विडियो टोस्टर एडिटर के तौर पर भी पांच महीने तक एक जापानी प्रशिक्षक के नेतृत्व में ट्रेनिंग की।
न्यूज एंकर होने के साथ-साथ वे एक स्तंभकार भी हैं। देश के चर्चित मुद्दों पर डिबेट शो के साथ-साथ वे उन पर अपनी कलम भी लगातार चलाते रहते हैं। कई ऐसे विवादित मुद्दों पर भी वे फेसबुक के जरिए उठाते रहते हैं, जिस पर लोग मौन रहना पसंद करते हैं। बड़ी बात ये भी है कि रोहित मीडिया ओर टीवी एंकर्स की कार्यशैली पर भी सवाल उठाने से परहेज नहीं करते हैं।
मार्च 2002 से जुलाई 2003 तक, सरदाना ने एक ट्रेनी कॉपी एडिटर के रूप में ईटीवी के साथ उन्होंने अपने पत्रकारिता के करियर की शुरुआत की। ट्रेनी कॉपी एडिटर के तौर पर सरदाना ने एंकरिंग, कापी राइटिंग, एडिटिंग, प्रॉडक्शन और पोस्ट-प्रॉडक्शन वर्क की बारिकियों को सीखा। साल 2003 से 2004 तक वे ‘सहारा समय’ में असिसटेंट प्रड्यूसर के तौर रहे, लेकिन 2004 में ही वे जी न्यूज में आ गए और खुद को एग्जिक्यूटिव एडिटर और एंकर के रूप में स्थापित किया।
ईटीवी, सहारा समय और जी न्यूज के अतिरिक्त सरदाना ने और आकाशवाणी के लिए भी काम किया है। करियर के शुरुआत में उन्होंने कई अखबारों के लिए लेख भी लिखे।
हिंदी, अंग्रेजी और हरियाणवी के अतिरिक्त वे गुजराती भी जानते हैं। ईटीवी के दिनों के दौरान जब समूह के 11 चैनलों को लिए उन्हें गुजरात विधानसभा चुनावों को कवर करना था, तो वहां की स्थितियों को पूरी तरह समझने के लिए उन्होंने गुजराती भाषा सीखी।
पत्रकारिता में बेहतरीन योगदान के लिए उन्हें बेस्ट न्यूज एंकर अवॉर्ड, माधव ज्योति सम्मान, सैनसुई बेस्ट न्यूज प्रोग्राम अवॉर्ड समेत कई पुरुस्कारों से नवाजा गया है।