जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग द्वारा बुधवार को संकाय भवन में क्षेत्रीय पत्रकारिता का नया दौर विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।
संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि मदन मोहन मालवीय हिंदी पत्रकारिता संस्थान महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के निदेशक प्रोफेसर ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि वैश्वीकरण एक सपना है लेकिन क्षेत्रीयता यथार्थ है। वैश्वीकरण के नाम पर क्षेत्रीय संस्कृति लुप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पत्रकारिता के माध्यम से इस दौर में स्थानीय मुद्दे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच रहे हैं। आज गांव देहात में नवाचार करने वाले को मीडिया में जगह मिल रही है। क्षेत्रीय पत्रकार तकनीक से लैस होकर बेहतर काम कर रहा है मीडिया तकनीकी के बिना कोई भी पत्रकार काम नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि नए दौर में हम खो न जाए इसलिए नव मीडिया के माध्यम से विरासत व अतीत को बचाने में क्षेत्रीय पत्रकारों को आगे आना होगा।
संगोष्ठी के विशिष्ट अतिथि माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल के इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के प्रोफेसर श्रीकांत सिंह ने कहा कि क्षेत्रीय पत्रकारों को क्षेत्र के विकास एवं क्षेत्र की भावनाओं को समझ कर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय पत्रकारिता ऐसी समस्याओं को उठाए जो क्षेत्र विशेष से जुड़ी हुई हो अगर उस क्षेत्र विशेष के लोगों की बात उठाई जाएगी तो क्षेत्रीय पत्रकारिता का उद्देश्य पूर्ण होगा।
अध्यक्षता करते हुए संकायाध्यक्ष डॉ अजय प्रताप सिंह ने कहा कि पत्रकारिता के क्षेत्र में तकनीकी के कारण बहुत तेजी से बदलाव आया है आने वाले समय में क्षेत्रीय पत्रकारिता के क्षेत्र में और भी बदलाव देखे जाएंगे। डॉ मनोज मिश्र ने क्षेत्रीय पत्रकारिता के विभिन्न आयामों पर अपने विचार रखे वहीं डॉक्टर अवध बिहारी सिंह में विषय प्रवर्तन किया।
संगोष्ठी के संयोजक डॉक्टर दिग्विजय सिंह राठौर ने अतिथियों का स्वागत एवं डॉ सुनील कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम का संचालन जनसंचार विभाग की छात्रा आकांक्षा श्रीवास्तव ने किया। अतिथियों को पर्यावरण के प्रति संदेश देते हुए पौध भेंट किया गया। इस अवसर पर डॉ रुश्दा आजमी, डॉ दयानंद उपाध्याय, सुधाकर शुक्ला, पंकज सिंह समेत राज कॉलेज जौनपुर, मोहम्मद हसन डिग्री कॉलेज की छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।