इंडियन आइडल सीजन-2 के विजेता संदीप आचार्य का 29 साल की उम्र में ही गुडग़ांव के एक अस्पताल में देहांत दुःखद निधन हो गया। आखिर 22 अप्रैल 2006 को� को 22 साल की उम्र में इंडियन आइडल बने संदीप ने सालभर पहले ही शादी की थी। एक महीने पहले 10 नवंबर को दुर्गाष्टमी के दिन उन्हें बेटी हुई। बेटी अभी ननिहाल से घर आई नहीं और संदीप खुद चल बसे।
पीलिया के साथ ही इन्फेक्शन से जूझ रहे संदीप पिछले पांच दिन से मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। एक कार्यक्रम की प्रस्तुति के बाद संदीप को हेपेटाइटिस की शिकायत के बाद आठ दिसंबर को बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। लेकिन लगातार हालत बिगड़ने के बाद उन्हें चार्टर्ड प्लेन के जरिये मेदांता हॉस्पिटल गुडग़ांव ले गए, जहां पिछले पांच दिन से इलाज चल रहा था। लगातार बढ़ते इन्फेक्शन के कारण उनके गुर्दों ने काम करना बंद कर दिया और डायलिसिस के बाद भी विशेष फायदा नहीं मिल पाया।
संदीप का जन्म 4 फरवरी 1984 को हुआ था। विजय आचार्य और चंदादेवी के चार बच्चों में सबसे छोटे संदीप की शादी एक साल पहले ही बीकानेर में जयश्री से हुई।� संदीप आचार्य वर्ष 2006 में इंडियन आइडल टू कांटेस्ट जीतकर देशभर में चर्चित हो गए। हाल ही उन्हें राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के अवार्ड से भी नवाजा गया था। दिल्ली में हुए समारोह में उन्हें सुर अराधना अवार्ड से सम्मानित किया गया। न्यूजर्सी (अमेरिका) में हुए आयोजन में ‘बेस्ट न्यू बॉलीवुड टेलेंट’ अवार्ड से भी उन्हें नवाजा गया। टीवी शो ‘जलवा फोर टू का वन’ में वे मिक्का टीम मेंबर के रूप में प्रतिभागी रहे। युवा दिलों की धड़कन बने संदीप आचार्य लगभग 29 वर्ष की उम्र में ही दुनिया छोड़ गए।
संदीप आचार्य हमेशा ‘जाना है मुझको जाना है यारों आगे उन आसमानों से, वाकिफ नहीं है कोई मेरी अजनबी उड़ानों से…’ जैसे गीत गाकर लोगों को भावुक कर देते थे।�� राजस्थान में हाल में हुए विधानसभा चुनाव से पहले संदीप ने बीकानरे रेलवे ग्राउंड में लोगों से हाथ जोड़ कर मतदान की अपील की। बीकानेर में यह उनका आखिरी कार्यक्रम था।