रवि पुजारी की धमकी मिलने के बाद संजय निरुपम की पत्नी गीता का परेशान हो जाना स्वाभाविक है। वे अपने पति को बेहद चाहती हैं इसलिए किसी भी प्रकार की धमकी मिलने के बाद वे चिंतित न हो यह कैसे हो सकता है। बताते हैं कि इसके पहले भी वे ऐसे ही हालातों से गुजरी थीं। बात राजग शासनकाल की है। तब संजय निरुपम शिवसेना में हुआ करते थे। उसके सांसद थे। उन्हें दिल्ली की राजनीति में कृष्ण का अवतार माना जाता था। महिला नेत्रियों से लेकर पत्रकारिता की गोपियां तक उन्हें घेरे रहती थीं। महिलाओं में उनकी लोकप्रियता अपने शिखर पर थी।
वे शाहजहां रोड पर रहते थे और पत्नी मुंबई में रहती थीं। किवंदती है कि वे उनकी खोज खबर लेने के लिए इतनी चिंतित रहती थी कि उन्होंने संजय के ड्राइवर को अपना डोवाल बना रखा था। एक बार ड्राइवर ने संजय और उनकी सहचरनी को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे छोड़ा और गाड़ी में बैठते ही सबसे पहले मुंबई फोन कर दिया। बस क्या था पत्नी ने पति को फोन किया। फोन आफ मिला। उसने तुरंत तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी को फोन किया और अपनी चिंता से अवगत करवाया। उन्हें खतरा था कि चूंकि संजय बेहद देशभक्त और हिंदूवादी पार्टी से संबंध रखते हैं व गैर-हिंदुओं के प्रति विषवमन करते आए हैं इसलिए उनके दुश्मनों की तादाद बहुत ज्यादा है। कहीं किसी ने उनका अपहरण न कर लिया हो। उनकी जान को खतरा हो सकता है। मामला बाबा साहब ठाकरे के मुहंलगे सांसद का था। ऊपर से शिवसेना सत्ता में शामिल थी। इसलिए तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी का फोन आते ही देश की तमाम जांच एजेसियां हरकत में आ गई। चंद घंटों में पता चला कि वे दक्षिण पूर्व एशिया के किसी देश में छुट्टियां बिता रहे थे। उसके बाद क्या हुआ होगा इसकी सहज कल्पना की जा सकती है। संजय निरुपम को जानने वाले यह जानते हैं कि वे बेहद मददगार इंसान हैं। महिलाओं की मदद के लिए तो सदा तैयार रहते हैं। एक बार किसी महिला पत्रकार की मदद के लिए उसे लेकर रात 12 बजे दिल्ली के अपोलो अस्पताल तक पहुंच गए। बड़प्पन इतना की डाॅक्टरो अपना परिचय तक नहीं दिया। शिवसेना सांसद की जगह एक इंसान के नाते उसकी मदद की।
अब वक्त का फेर देखिए कि जिस संजय निरुपम को कभी अपनी देशभक्ति के कारण खतरा रहता था। आज उस इंसान के लिए अपने राष्ट्रविरोधी बयानों के कारण खतरा पैदा हो गया है। उसे रवि पुजारी जैसा शातिर अपराधी धमकी दे रहा है। क्या गजब का मामला है। खबरों के मुताबिक सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर संदेह उठाने के कारण विवाद में आए मुंबई के कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने शुक्रवार को दावा किया कि कथित गैंगस्टर रवि पुजारी ने उन्हें धमकी भरा काल किया और अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक माफी मांगने को कहा। पुजारी ने पांच अक्तूबर की सुबह करीब सवा ग्यारह बजे उनके आवास के लैंडलाइन पर एक विदेशी नंबर से फोन किया था। उन्होंने वर्सोवा पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज करवाई है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि उन्हें धमकी दी गई है अगर नियंत्रण रेखा के पार सेना द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर की गई अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो उनके और उनके परिवार के सदस्यों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर की गई टिप्पणी के कारण राजनीतिक गलियारों में आलोचनाएं झेल रहे निरुपम ने उन्हें मिली कथित धमकी के लिए भाजपा सरकार पर दोषारोपण करने का प्रयास किया।
वहीं संजय निरुपम का सोशल मीडिया पर मखौल उड़ाए जाने से परेशान उनकी पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर अपने परिवार की सुरक्षा की अपील की है। उन्होंने कहा कि वे भारत में काफी असुरक्षित महसूस कर रही हैं। गीता ने अपने पत्र में दावा किया ‘उन्हें न केवल सोशल मीडिया पर बल्कि फोन कर काफी गंदे तरीके से खुलेआम गाली दी जा रही है।’ अपने परिवार की सुरक्षा पर चिंता जताते हुए गीता ने प्रधानमंत्री से अपील की कि सोशल मीडिया पर भद्दी टिप्पणियों को रोका जाए और निजी व पारिवारिक जिंदगी से राजनीति को दूर रखा जाए। उनकी 80 वर्षीय मां को राजनीति में क्यों घसीटा जा रहा है और सोशल मीडिया पर काफी गंदे तरीके से उन्हें गाली क्यों दी जा रही है?
मालूम हो कि रवि पुजारी कभी दाउद के साथ हुआ करता था। 1992 के मुंबई बम विस्फोटों के बाद जब धार्मिक आधार पर तस्करों-अपराधियों का विभाजन हुआ तो वह उससे अलग हो गया और छोटा राजन के साथ चला गया। बाद में वह उससे भी अलग हो गया और उसका मुख्य काम मुंबई के बिल्डरों व सिने जगत के लोगों से हफ्ता वसूलना है।
वैसे अपना अनुभव यह है कि दुष्चरित्र व्यक्तियों के अंदर देशभक्ति भाव रहता है। अपराधी भी खुद को देशभक्त मानते हैं। जैसे कि दिल्ली के लाल बत्ती वाले इलाके जीबी रोड की नर सेवा में जुटी महिलाएं अपने धर्म के अनुसार नवरात्रि में व्रत व रमजान में रोजे रखती है। वैसे ही तीर्थयात्रा पर हरिद्वार व सबाब कमाने के लिए हज पर जाती है। कुछ समय पहले इंटेलीजेंस ब्यूरो के एक आला अफसर ने बड़ी मजेदार खबर सुनायी।
उन्हें देश में पाकिस्तान द्वारा चलाए जाने वाले एक जासूसी कांड का पता चला। जिस व्यक्ति ने इस एजेंसी को यह खबर दी वह भी सरकारी कर्मचारी था। अच्छी कमाई वाली जगह पर तैनात था। उसने खुद आईबी को यह खबर दी कि कुछ लोग उससे संपर्क करके जासूसी करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। आईबी ने उसकी मुखबरी पर उन लोगों को पकड़ा व उससे लंबी चौड़ी बात भी की। उसने बताया कि वह जिस पद पर था वहां उसे ऊपरी कमाई होती थी। मगर जब उसे जासूसी के बदले में मोटी रकम दिए जाने का प्रस्ताव मिला तो वह खुद को रोक नहीं पाया और सीधे आईबी तक पहुंच गया। उसका कहना था कि मैं रिश्वतखोर हो सकता हूं पर देशद्रोही नहीं। काम करने के बदले में तो पैसा लेता हूं पर देश के सीक्रेट नहीं बेच सकता।
पिछले कुछ वर्षों में देश के अपराधियों का राष्ट्रीय प्रेम जिस कदर जगा है वह कमाल की बात है। रवि पुजारी 1992 के बम कांड में पकड़े गए अभियुक्तों के वकील मजीद मेनन पर प्राण घातक हमला करवा चुका है। सलमान खान, अक्षय कुमार, करण जौहर, राकेश रोशन से लेकर शाहरुख खान को धमकियां दे चुका है। उसके लोगों ने ओमप्रकाश कुकरेजा सरीखे बिल्डरों को अपना निशाना बनाया। इस हिंदू देशभक्त अपराधी की शिकायत है कि वह उन हिंदुओं को अपना निशाना बनाता है जो कि उसे हफ्ता न देकर मुस्लिम दाउद को पैसे देते हैं। वह खबरिया चैनल पर अपने इंटरव्यू में कह चुका है कि वह देश के सबसे बड़े दुश्मन दाउद व इकबाल मिर्ची सरीखे लोगों को निपटा कर ही दम लेगा।
ऐसी ही भाषा छोटा राजन भी बोलता है। वह गैंगवार को देश प्रेम करार देता है। क्या दुनिया में कहीं देश भक्ति का ऐसा नमूना देखने को मिलेगा? पहली बार अपराधियों के सीने में देशभक्ति छिपी देखी है। वैसे जब कश्मीरी पत्रकार इफ्तिखार गिलानी को जासूसी करने के आरोप में जेल भेजा गया तो तिहाड़ पहुंचते ही उस पर तमाम अपराधी टूट पड़े। उन्होंने उसे इतना मारा कि वह बेहोश हो गया। वे चिल्ला रहे थे कि साला देशद्रोही है। अपराध हम भी करते हैं पर देशद्रोही नहीं है। इसे मत छोड़ना। धन्य है हमारे देशभक्त अपराधी।
साभार- http://www.nayaindia.com/ से