Tuesday, November 26, 2024
spot_img
Homeकविताबचिए और बचाइए, कोरोना से आज

बचिए और बचाइए, कोरोना से आज

चाल चली इक चीन ने, बिगड़े सबके हाल।

कोरोना यह वायरस, बना जीव जंजाल।

सारा जग इससे दुखी, किसे सुनाये पीर।

कोरोना ने कर दिए, हाल बहुत गंभीर।।

भारत का जन-जन करे, मिलकर बड़े प्रयास।

बिना मास्क छोड़े नहीं, अपना कभी निवास।।

हाथों को धोते रहे, सैनेटाइज साथ।

कीटाणु से मुक्त रहे, हर पल अपने हाथ।।

सर्दी और जुकाम संग,भारी हो गर सांस।

बिन देर किए पंहुचे,तुरन्त डॉक्टर पास।।

बचिए और बचाइए, कोरोना से आज।

इक्किस दिन तक छोडकर, अपने सारे काज।।

चौपालें सूनी करे, करे सड़क वीरान।

देश बचाने के लिए,दे बड़ा योगदान।।

कोरोना से बच गये, तो होंगे त्यौहार।

दीप जलेंगे आंगन में, जगमग होंगे द्वार।।

आओ मिलकर के करे, कोरोना संहार।

संयम से जीवन जिए, दूर सभी व्यवहार।।

इंसा है तो देश है, और देश का ताज।

पहले रक्षा स्वयं की, फिर पूजा व नमाज।।

-संदीप सृजन

संपादक-शाश्वत सृजन

ए-99 वी.डी. मार्केट, उज्जैन (म.प्र.)

मो. 9406649733

मेल- sandipsrijan.ujjain@gmail.com

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार