भारतीय रेल इंजीनियरी सेवा के 1982 बैच के वरिष्ठ अधिकारी तथा मध्य रेल के महाप्रबंधक श्री संजीव मित्तल ने 30 नवम्बर, 2019 को पश्चिम रेलवे के निवर्तमान महाप्रबंधक श्री ए. के. गुप्ता के सेवानिवृत्त होने के बाद 1 दिसम्बर, 2019 से पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त कार्यभार सम्भाल लिया है।
श्री मित्तल ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी, रुड़की से स्ट्रक्चरल इंजीनियरिंग में परा स्नातक की उपाधि प्राप्त की। अपने शानदार अकादमिक कैरियर के दौरान आईआईटी, रुड़की में आपने कुलपति पदक सहित तीन स्वर्ण पदक हासिल किये। इससे पूर्व श्री मित्तल को मुख्य इंजीनियर (ट्रैक मशीन), मुख्य इंजीनियर (योजना) जैसे विभिन्न महत्त्वपूर्ण पदों के साथ मुंबई रेल विकास कॉर्पोरेशन में मुख्य इंजीनियर के पद पर कार्य निर्वाह का लम्बा अनुभव प्राप्त है। आपको दक्षिण-पश्चिम रेलवे के मुख्य पुल इंजीनियर तथा हुबली मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, पश्चिम रेलवे के मुख्य संरक्षा अधिकारी तथा पूर्व मध्य रेलवे के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी के रूप में सफलतापूर्वक कार्य निर्वाह का भी समृद्ध अनुभव हासिल है।
श्री मित्तल ने भारतीय रेलवे को अपना अभूतपूर्व योगदान दिया, जब उन्होंने मुंबई के निकट वसई खाड़ी पर कुल दो किलोमीटर लम्बाई वाले दो पुलों के निर्माण में अभिनव तकनीक के सहारे 800 मीट्रिक टन का गर्डर बिठाया था, जिसमें खम्भों पर गर्डर के सुचारु परिवहन एवं स्थापना के लिए ज्वारीय ऊर्जा का इस्तेमाल किया गया था। श्री मित्तल को सुरंग तकनीकी का भी गहन अनुभव है। उन्होंने प्रशिक्षण इत्यादि विभिन्न अवसरों पर कम से कम 20 देशों का दौरा किया है, जिसमें हाई स्पीड तथा हैवी हॉल टेक्नोलॉजी जैसे विषय शामिल हैं।