भुवनेश्वर। 16फरवरी को सायंकाल कीट डीम्ड विश्वविद्यालय,भुवनेश्वर का लगातार तीन महीने तक चलनेवाला रजत जयंती सांस्कृतिक कार्यक्रम समारोह संपन्न हो गया।यह यादगार अंतिम कार्यक्रम सॉइल टू सिल्वर था।पूरे एक वर्ष तक मनाये गये अन्य कार्यक्रमों में मुख्यतः अखिल भारतीय कुलपतियों का सम्मेलन, कॉर्पोरेट कॉन्क्लेव, ग्रैण्ड पैरेंट्स सम्मेलन, स्टाफ सम्मेलन, मेगा रक्तदान शिविर सहित अनेकानेक शैक्षणिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि मुख्य रुप से शामिल थे।
इस अवसर पर तुर्की-सीरिया भूकंप आपदा के पीड़ितों के सम्मान के निशान के रूप में समापन समारोह में एक मिनट का मौन भी रखा गया क्योंकि इन दोनों देशों के कई छात्र कीट में उच्च तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
समापन समारोह को संबोधित करते हुए कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो.अच्युत सामंत ने तीन महीने तक चलनेवाले रचत जयंती कार्यक्रमों की शानदार कामयाबी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उसके लिए कीट के समस्त छात्र-छात्राओं,शिक्षकों तथा कर्मचारियों की तारीफ की जिन्होंने पूरे दिल से आयोजन को सफल बनाने में सहयोग दिया। उन्होंने उस दौरान उनके संयम,धीरज तथा अनुशासन की भी सराहना की। आयोजन यादगार,अनुकरणीय तथा प्रेरणादायक सिद्ध हुआ।उन्होने यह भी कहा कि मैंने अपने पीछे एक विरासत, एक परंपरा छोड़ रहा हूं और इसे आगे ले जाना भावी पीढ़ी पर निर्भर है।उन्होंने यह भी कहा कि उत्सव मनाने की भावना मानवता के संरक्षण तथा सतत विकास के लिए सहायक सिद्ध हुआ।
इसअवसर पर कीट डीम्ड विश्वविद्यालय के पूर्व कुलाधिपति और प्रोफेसर एल.एन मित्रा ने कहा कि प्रो. अच्युत सामंत ने अपने कीट डीम्ड विश्वविद्यालय के समस्त संकाय के सदस्यों के सामने एक चुनौती पेश की है कि जिससे कि वे भी अपने द्वारा स्थापित कीट विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दें।कीट की छात्रा शिवानी संगीता षाडंगी, जिन्होंने हाल ही में आयोजित 31वें राज्य फिल्म पुरस्कार में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार (महिला) जीता, को इस अवसर पर संस्थापक प्रो.अच्युत सामंत द्वारा सम्मानित हुईं।समापन समारोह में कीट की अध्यक्षा शाश्वती बल, कीट और कीस के उपाध्यक्ष उमापद बोस, कीम्स के प्रो-वीसी डॉ सीबीके मोहंती, कीट की वीसी प्रो सस्मिता सामंत आदि उपस्थित थे। कीट-कीस सचिव आर एन दास ने भी समापन समारोह को संबोधित किया।आभार व्यक्त किया कीट डीम्ड विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो.ज्ञान रंजन मोहंती ने।