चाहर बंधुओं (ब्रदर्स) ने अपनी अनोखी बॉन्डिंग और परिवार की मज़ेदार कहानियां सुनाईं
यह थोड़ा अज़ीब लग सकता है लेकिन चाहर बंधुओं का जीवन एक ब्लॉकबस्टर हिन्दी सिनेमा के लिए बिल्कुल पर्फेक्ट कहानी है। ये दोनों भाई आगरा से हैं, सादगी भरे बैकग्राउंड से हैं और आईपीएल एवं इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने तक की उनकी कहानी काफी हद तक असाधारण है।
लेकिन यह वो बात नहीं जो उनकी कहानी को अलग बनाती है। उनकी कहानी तो उनके जन्म से कहीं पहले ही शुरु हो जाती है। दीपक और राहुल के पिता भाई हैं। और– तो– और दोनों भाईयों की शादी दो बहनों से हुई। इस तरह दीपक और राहुल एक दूसरे से दो– दो रिश्तों से जुड़े हैं।
इससे भी ज्यादा दिलचस्प दीपक के पिता की कहानी है– एक साधारण व्यक्ति, जिसे पेशेवर क्रिकेट का कोई अनुभव नहीं था– खुद कोच बने और एक नहीं बल्कि दो इंटरनेशनल क्रिकेटर्स तैयार किए।
चाहर सीनियर ने अपने बेटे दीपक की कोचिंग तभी शुरु कर दी थी जब उन्होंने अपने बेटे में गेंदबाज़ी की प्रतिभा देखी थी। और राहुल, जो दीपक से बहुत छोटे थे, सिर्फ अपने बड़े भाई के नक्शेकदम पर चले।
सच कहें तो, राहुल, दीपक से इतने प्रभावित थे कि शुरुआत में वे अपने भाई की तरह ही तेज़ गेंदबाज़ी किया करते थे लेकिन राहुल के चाचा (और दीपक के पिता) ने देखा कि उनके एक्शन विश्व–स्तरीय तेज़ गेंदबाज़ बनने के लिए सही नहीं है।
तब उन्होंने और दीपक, दोनों ने, राहुल को लेग–स्पिन में हाथ आज़माने के लिए मनाया। जैसा कि वे बताते हैं, बाकी सब इतिहास है। राहुल इंडिया के सबसे बेहतरीन लेग स्पिनर्स में से हैं, उनकी तरकीब और तकनीक ने ही उन्हें सिर्फ बीस (20) वर्ष की उम्र में इंडिया के साथ–साथ मुंबई इंडियन्स टीम का हिस्सा बना दिया।
बेशक, जब बात चाहर परिवार की हो रही हो तो सर्वश्रेष्ठ का आना अभी भी बाकी है। दीपक के शब्दों में, ” हमारे परिवार की कहानी, खासकर मेरे पिता की, एक फिल्म की पर्फेक्ट स्क्रिप्ट बन सकती है। इसमें ड्रामा है, संघर्ष है और सफलता भी। हालांकि, हमें लगता है कि क्लाइमेक्स अभी बाकी है। जब हम सफलता के ऐसे प्वाइंट पर पहुंच जाएंगे जहां हम पूरे आत्मविश्वास के साथ कह सकें कि हम फिनिशिंग लाइन पर हैं तब फिल्म जरूर बनेगी।”
चाहर बंधुओं की दूसरी दिलचस्प कहानियों के लिए क्रिकबज़ के नए शो स्पाइसी पिच का लेटेस्ट एपिसोड देखें। यह एपिसोड क्रिकबज वेबसाइट के साथ–साथ एप पर अट्ठारह अप्रैल को आ गया है ।