“प्रकाशम् जिला के प्रेमचंद” के रूप में प्रसिद्ध श्री वलेटि वेंकटेश्वर्लु का जन्म प्रकाशम् जिला, इन्कोल्लू मंडल के गंगवरम गाँव में हुआ। उन्होंने आजीवन गांधी के सिद्धांतों का पालन किया और राष्ट्रभाषा हिंदी की सेवा की। वे एक आदर्श अध्यापक, राजनैतिक विश्लेषक, साहित्य प्रेमी और सांस्कृतिक संरक्षक थे I मातृभाषा तेलुगु उनकी एक आँख है तो हिंदी दूसरी आँख। 1987 में तत्कालीन आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री श्री एन टी रामाराव जी से उत्तम अध्यापक पुरस्कार, 1997 में महामहिम राष्ट्रपति श्री के आर नारायणन द्वारा राष्ट्रीय उत्तम अध्यापक पुरस्कार, 2000 में लोकसभा स्पीकर श्री बलराम जक्कर द्वारा रंग फ़ौंडेशन पुरस्कार जैसे अनेक परस्कारों से वे पुरस्कृत हुए I
ऐसे महान अध्यापक वलेटि वेंकटेश्वर्लु का आकस्मिक निधन शिक्षा जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।