Saturday, November 23, 2024
spot_img
Homeखबरेंभ्रष्टाचार को कैंसर जोड़कर कैंसर मरीजों का अपमान बंद करोः डॉ. वी...

भ्रष्टाचार को कैंसर जोड़कर कैंसर मरीजों का अपमान बंद करोः डॉ. वी शांता

कैंसर इंस्टीट्यूट की चेयरपर्सन डॉ. वी. शांता ने पंजाब नेशनल बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील मेहता को एक चिट्ठी लिख भ्रष्टाचार को कैंसर से जोड़ने पर अपनी नाराजगी जतायी है। बता दें कि 12,717 करोड़ रुपए के घोटाले के खुलासे पर पीएनबी बैंक के सीईओ सुनील मेहता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था कि यह (भ्रष्टाचार) एक कैंसर है, जो साल 2011 से चल रहा था, अब हम इसे खोजेंगे और इसका इलाज करेंगे। सुनील मेहता के भ्रष्टाचार से कैंसर को जोड़ने पर ही रमन मैग्सेसे अवॉर्ड विजेता डॉक्टर वी. शांता ने कड़ा एतराज जताया है। मशहूर अर्थशास्त्री अजीत रानाडे ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर इस बात की जानकारी दी है और बाकायदा उस चिट्टी की एक तस्वीर भी साझा की है।

पीएनबी के सीईओ द्वारा कैंसर शब्द का इस्तेमाल करने पर नाराजगी जताते हुए डॉ. वी. शांता ने चिट्ठी में लिखा कि हालिया बैंक घोटाले में आपने जो कैंसर का हवाला दिया है उससे मुझे बहुत बुरा लगा है। भ्रष्टाचार एक गुनाह है, जिस पर शर्मिंदा होना चाहिए, ना कि कैंसर पर। डॉ. वी. शांता ने लिखा कि कई कैंसर के मरीज बीमारी से ठीक होकर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। कैंसर को भय, दोष से मत जोड़िए और शर्म से तो बिल्कुल नहीं।

पद्मभूषण विजेता डॉ. वी.शांता ने अन्य लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि कैंसर शब्द का इस्तेमाल किसी गलत बात के लिए ना करें। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि कैंसर के इलाज में लगे अन्य लोग भी उनकी बात से सहमत होंगे। बता दें कि डॉ. वी.शांता देश की मशहूर कैंसर स्पेशलिस्ट डॉक्टर हैं। कैंसर के इलाज में किए गए उनके कामों के लिए डॉ. वी.शांता को पद्मभूषण और पद्मविभूषण सम्मान से नवाजा जा चुका है। फिलहाल डॉ. शांता चेन्नई के कैंसर इंस्टीट्यूट WIA की चेयरपर्सन हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में उद्योगपति नीरव मोदी और उनके सहयोगियों ने पंजाब नेशनल बैंक में 12,717 करोड़ का घोटाला किया था। जिसे लेकर जांच जारी है।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार