इस खूबसूरत पाकिस्तानी अभिनेत्री का असली नाम झरना बासक था लेकिन फ़िल्म इंडस्ट्रीज के लिए वह शबनम थी ! वह पैदाईश बंगाली थी लेकिन उसे शबनम नाम से काम करने मे सुरक्षा महसूस होती थी ! झरना अपने समय की चर्चित अभिनेत्री थी ! उसने कई कामयाब फिल्मो में काम किया और कई पुरस्कार भी जीते थे !
1971 में बांग्लादेश के पाकिस्तान से अलग होने के बावजूद उसने पाकिस्तान में रहना मुनासिब समझा था ! उसके मन में वही निश्चिंतता रही होगी जो आज भारत के लाखो करोडो सेक्युलर लोगो के मन रहती रहती कि ,यह हैं तो आखिर हमारे अपने ही ही लोग ! बरसो से साझी संस्कृति का हिस्सा रहे यह लोग कभी हमसे नजरे नहीं फिर सकते ! शायद तब तक किसी ने उसे काफिर शब्द का मतलब नहीं समझाया होगा !
उसने रुबिन घोष से शादी की और उनका एक बच्चा रूनी घोष भी हो चुका था ! पति सुलझे विचारो वाले बुध्दिजीवी तबके के बाशिंदे थे जिन्हे आम बोलचाल में वामी रुझान वाला माना जाता हैं !
उस दौर में खबर बनी की झरना के घर कुछ हथियारबंद लोगो ने डकैती डाली ! जिन्हे बाद में गिरफ्तार भी कर लिया गया ! लेकिन जब सच्चाई सामने आई तब रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी सामने आई !
दरअसल वह चार लोग डकैत नहीं थे बल्कि सम्पन्न ,रसूखदार और राजनैतिक घराने के लड़के थे ! डकैती की खबर तो सिर्फ मीडिया में मैनेज की गई थी ! उन्होंने रोबिन घोष और रूनी घोष के हाथ मुँह बाँध कर उन्ही के सामने काफिर झरना संग बलात्कार किया और कई बार किया ! और फिर ठहाके लगाते हुए चले गए !वैसे भी पाकिस्तान में बंगालियों संग कोई सहानुभूति नहीं थी लेकिन यहाँ मामला चर्चित अभिनेत्री का था सो FIR हुई और गिरफ्तारी भी हुई !
कोर्ट से मुजरिमो को फांसी हुई तो मामला मुस्लिम बनाम बंगाली का बन गया ! झरना और उसके परिवार पर दबाव बढ़ने लगा ,धार्मिक राजनैतिक नेताओ के अलावा फिल्म इंडस्ट्रीज से भी दबाव बढ़ने लगा ! अंत में भविष्य की सुरक्षा के मद्देनजर रख कर उसने अदालत में अपराधियों को माफ़ करने की सहमति दी तब जिया उल हक़ सरकार ने दोषियों की फांसी की सज़ा को उम्र कैद में बदल दिया और आगे चल कर वह अपराधी कब और क्यों रिहा हो गए किसी को भी पता न चला !
उन चारो मुजरिमो में एक का नाम फारूख बांदियाल हैं जिसने हालिया चुनाव जीत कर इमरान खान की तहरीके इन्साफ पार्टी ज्वाइन की ! उसे मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था लेकिन सोशल मीडिया में उसके अतीत के किस्से छपने के बाद उसके खिलाफ बहुत ट्रोलिंग होने के कारण उसे मंत्री मंडल से बाहर रखना पड़ा !
अभी जब इमरान खान ने भारत के खिलाफ वक्तव्य दिया की हम पाकिस्तान में बताएँगे की अल्पसंख्यको संग कैसे बर्ताव किया जाता हैं , तब मुझे झरना बासक की कहानी याद आ गई जो यह पढ़ कर कही अपने आँसू पोछ रही होगी ! और ना जाने ऐसी कितनी अनगिनत कहानियां भी रही होगी जो कभी सामने नहीं आ पाई !