नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की अलवर में हुई सभा का एक वीडियो सामने आया, जिसमें कुछ लोग पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे. जी न्यूज ने इस वीडियो को प्रमुखता से चलाया और कांग्रेस और सिद्धू से अपनी रैली में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों पर सफाई मांगी.
हालांकि कांग्रेस नेताओं ने इस वीडियो का विरोध किया और जी न्यूज पर छेड़छाड़ के साथ वीडियो चलाने का आरोप लगाया. सिद्धू ने तो जी न्यूज के खिलाफ मानहानि का मुकदमा ठोकने की धमकी दे दी. कांग्रेस समर्थकों ने सोशल मीडिया पर जी न्यूज के खिलाफ अभियान छेड़ दिया. इस अभियान को कुछ मीडिया हाउस और पत्रकारों ने भी समर्थन दिया. कांग्रेस नेता इस मामले में यहां तक आगे गए कि उन्होंने नारेबाजी वाला हिस्सा हटाकर इस वीडियो को ट्वीट किया.
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक ट्वीट किया और कहा कि सिद्धू की सभा में सत श्री अकाल के नारे लगाए गए थे. सुरजेवाला ने जी न्यूज पर फर्जी वीडियो चलाने का आरोप लगाया. अपनी बात के समर्थन में सुरजेवाला ने सिद्धू की रैली का एक वीडियो भी जारी किया. इस दावे को जी न्यूज के प्रधान संपादक सुधीर चौधरी ने चुनौती दी. सुधीर चौधरी ने कांग्रेस के दावे की पोल खोली दी और साबित किया कि कांग्रेस ने एडिट किया हुआ वीडियो पोस्ट किया है, जबकि असली वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे.
यह पहला मौका नहीं है जब जी न्यूज को निशाना बनाने की कोशिश की गई है. इसी तरह एक अभियान तब भी चलाया गया था जब 2016 में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्याल में भारत विरोधी नारे लगाए गए थे.
जेएनयू में भारत विरोधी नारों के वीडियो जब जी न्यूज ने चलाए तो उस पर बहुत से सवाल उठाए गए. हालांकि वे वीडियो फॉरेंसिक जांच में सही पाए गए थे.