सरकारी चैनल दूरदर्शन टाटा स्काई से नाराज है। उसकी वजह ये है कि टाटा स्काई ने डीडी भारती समेत कुछ सरकारी चैनल को टाटा स्काई के डीटीएच से हटा दिया है। इसके चलते प्रसार भारती ने टाटा स्काई के खिलाफ एक्शन लेने का मन बनाते हुए एक लैटर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लिखा है और टाटा स्काई के इस कदम के खिलाफ शिकायत की है।
प्रसार भारती ने लिखा है कि टाटा स्काई ने नियमों को तोड़ा है और बिना सूचना के डीडी के कुछ चैनल्स को डीटीएच प्लेटफॉर्म से हटा दिया है। लैटर में लिखा गया है कि टाटा स्काई ने डीडी भारती को 13 जून से डीटीएच से हटा दिया है, डीडी भारती कल्चर और आर्ट का इकलौता सरकारी चैनल है। इतना ही नहीं डीडी यूपी, डीडी एमपी, डीडी बिहार जैसे कुछ डीडी चैनल भी टाटा स्काई के डीटीएच पर कैरी नहीं किए जा रहे हैं। जबकि सूचना प्रसारण के मंत्रालय के एक ऑर्डर में दूरदर्शन के चैनल्स को दिखाना प्राइवेट डीटीएच ऑपरेटर्स के लिए कंपलसरी किया था।
इस तरह कुल पच्चीस चैनल्स को डीटीएच पर दिखाना कंपलसरी किया गया था। हालांकि सूत्रों के मुताबिक टाटा स्काई ने सफाई दी है कि वो 95 फीसदी कंपलसरी चैनल्स को दिखा रहा है, यहां तक कि हालियां लॉन्च किसान चैनल को भी। जो दो तीन चैनल बचे हैं, वो भी जल्दी ही प्लेटफॉर्म पर लाए जाएंगे। लेकिन ये देखना दिलचस्प होगा कि ऐसे में जबकि तीर कमान से निकल चुका है तो सूचना प्रसारण मंत्रालय उनको थोड़ी और मोहलत देता है या एक्शन लेता है।