तेलंगाना के काकतीय रुद्रेश्वर मंदिर को विश्व धरोहर में शामिल किया गया है। यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट ने इसे विश्व धरोहर के तौर पर जगह दी है। करीब 800 साल पुराने इस मंदिर को रामप्पा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि पर देश को बधाई दी है।
यूनेस्को ने रविवार को ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी। यूनेस्को ने कहा- ‘यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में काकतीय रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर को शामिल किया गया है। बेहतरीन…’ मार्को पोलो ने काकतीय वंश के दौरान बने इस मंदिर को तमाम मंदिरों में सबसे चमकता तारा कहा था। भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर में मुख्य रूप से रामलिंगेश्वर स्वामी की पूजा होती है। इसका निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था। मंदिर को शिल्पकार रामप्पा का नाम दिया गया, जिसने 40 वर्षों के अथक प्रयास के बाद इसका निर्माण किया था। छह फीट ऊंचे सितारे जैसे प्लेटफार्म पर निर्मित यह मंदिर वास्तु शिल्प का अद्भुत नमूना है।