समाज की आधारभूत इकाई परिवार को मजबूत बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पारिवारिक मूल्यों से जुड़े धारावाहिक और फिल्में बनवाएगा। ग्वालियर में तीन दिन हुई आरएसएस प्रतिनिधि सभा की बैठक में ये प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें परिवार इकाई को मजबूत करने के लिए न सिर्फ इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने की अपील की गई, बल्कि संघ ने अनुरोध किया है कि पारिवारिक मूल्यों से जुड़े धारावाहिक और फिल्में भी बनाई जाएं, ताकि परिवार में सकारात्मक माहौल बन सके।
असल में, प्रतिनिधि सभा की बैठक में संयुक्त परिवार और हिंदू समाज की परंपराओं-आस्थाओं की रक्षा की आवश्यकता विषय पर दो प्रस्ताव पास किए गए। इस दौरान संघ ने तीन वक्तव्य भी जारी किए। जिसके अनुसार, परिवार इकाई को मजबूत बनाने की बात कही गई है। बैठक के बाद लोगों से ऐसी फिल्में और धारावाहिक बनाने का अनुरोध किया है।
आरएसएस चला रहे है कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम
संघ के अनुरोध के बाद विचारधारा से जुड़े कई लोग ऐसी फिल्म और नाटक बनाए जा सकते हैं। संघ पिछले कई सालों से परिवार को मजबूत बनाए रखने के लिए कुटुंब प्रबोधन कार्यक्रम चला रहा है। इस कार्यक्रम के तहत संघ परिवार के सदस्यों को सप्ताह में एक दिन एक साथ भोजन करने की सलाह देता है।
परिवार में विश्वास बढ़ाने वाले धारावाहिक बनवाएं
आरएसएस के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने मीडिया से चर्चा में कहा कि परिवार समाज की आधारभूत इकाई हैं। संघ की प्रतिनिधि सभा की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया है कि परिवार व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। परिवार में संस्कार नहीं मिलने से जघन्य अपराध हो रहे हैं। नशाखोरी और व्यसन बढ़ रहा है। आधुनिकता के नाम पर बाजारवाद बढ़ा है। कुटुंब व्यवस्था को मजबूत करने के लिए संघ अनुरोध करता है कि सकारात्मक, विश्वास बढ़ाने वाले, संवाद के साथ फिल्म, नाटक, टीवी सीरियल बनाए जाएं। पिछले कुछ समय से ऐसे धारावाहिक दिखाए जा रहे हैं, जिनमें पति को पत्नी पर, पत्नी को पति पर भरोसा नहीं होता। इनसे नकारात्मक भाव फैलता है।
बैठक में संयुक्त परिवार और हिंदू समाज की परंपराओं-आस्थाओं की रक्षा की आवश्यकता विषय पर दो प्रस्ताव पास किए गए। इस दौरान संघ ने तीन वक्तव्य भी जारी किए।