पणजी। गोवा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के लिए उस वक्त शर्मिंदगी की स्थिति पैदा हो गई जब आरएसएस की राज्य इकाई के प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने उस समिति से इस्तीफा दे दिया जो अगले सप्ताह मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत परसेकर के 60वें जन्मदिन के लिए गठित की गई है। वेलिंगकर ने बीती शाम संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि किसी इंसान के लिए 60वां जन्मदिन बहुत भावुक क्षण होता है। यही कारण है कि मैंने समिति का हिस्सा बनने के लिए अपनी सहमति दी थी। परंतु मैंने अब इस्तीफा दे दिया है। गौरतलब है कि आरएसएस की गोवा इकाई के प्रमुख भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (बीबीएसएम) के संयोजक हैं।
यह मंच अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों से अनुदान वापस लेने में नाकाम रहने के लिए राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहा है। यह समूह स्कूलों को स्थानीय भाषा में चलाने की पैरोकारी कर रहा है। वेलिंगकर ने कहा, ‘‘बीबीएसएम आंदोलन के तहत राज्य की यात्रा करने के दौरान मैंने देखा कि बहुत सारे लोग इस बात से नाराज हैं कि मैं इस समिति का हिस्सा हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर और अब लक्ष्मीकांत परसेकर ने पढ़ाई की भाषा को लेकर गोवावासियों के साथ विश्वासघात किया। उन्होंने मातृभाषा में पढ़ाई और अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों से अनुदान वापस लेने का भरोसा दिया था। परसेकर आगामी चार जुलाई को अपना 60वां जन्मदिन मनाएंगे।