Saturday, November 23, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया सेइंजीनियर से पत्रकार बने किशोर अजवाणी ने एबीपी को कहा अलविदा

इंजीनियर से पत्रकार बने किशोर अजवाणी ने एबीपी को कहा अलविदा

हिंदी न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ के तेजतर्रार पत्रकार और एंकर किशोर आजवानी ने समूह से अपना इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वह जल्द ही नेटवर्क 18 के साथ जुड़ सकते हैं।

किशोर अजवाणी के एंकरिंग करने का अंदाज, उनकी जबरदस्त भाषा शैली और तेजतर्रार की वजह से वे दूसरे एंकर्स से काफी जुदा हैं। चैनल के न्यूजरूम से लाइव एंकरिंग की शुरुआत का श्रेय इन्हीं को जाता है।

किशोर अजवाणी हमेशा नए अंदाज और बदलाव पर विश्वास रखते हैं। उनका प्रतिदिन 8 बजे प्रसारित होने वाला न्यूज रूम शो ‘आज की बात’ और वीक डे पर नौ बजे प्रसारित होने वाला प्राइम टाइम न्यूज बुलेटिन ‘एबीपी लाइव’ को कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इसके बाद से कई न्यूज चैनल्स ने इसे कापी करना भी शुरू कर दिया था। किशोर हमेशा ही अलग अंदाज में एंकरिंग करते हैं। वो ये बखूबी जानते हैं, दर्शकों को खबरों से किस तरह बांधे रखा जाए।

किशोर अजवाणी का जन्म दिल्ली में हुआ। 1987 में उन्होंने दिल्ली से ही अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद वे औरंगाबाद चले गए और 1991 में मराठवाड़ा विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में स्नातक किया। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक इंजीनियर के रूप में भिवाड़ी आधारित पुनसुमी इंडिया लिमिटेड के साथ की। अर्थशास्त्र के प्रतिष्ठित दिल्ली कॉलेज में इंटरनेशनल मार्केटिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए वे दिल्ली वापस आ गए।

1995 में पोस्ट ग्रेजुएशन की अपनी डिग्री हासिल कर ली। इसके बाद उन्होंने अहमदाबाद के एम.आई.सी.ए. संचार में 2 साल की मैनेजमेंट की डिग्री ली। 1997 में मुंबई में मीडिया और विज्ञापन की दुनिया में आने के लिए वे पहली बार लियो बर्नेट के साथ जुड़ गए। इसके बाद वे 2000 में पूर्ण रूप से पत्रकारिता में सक्रिय हो गए, उन्होंने दूरदर्शन पर कुछ समय तक एक कार्यक्रम के लिए एंकर की भूमिका निभाई। इसके बाद वे हिंदी न्यूज चैनल ‘जी न्यूज’ के साथ जुड़ गए। जी न्यूज में सफलतापूर्वक काम करने के बाद वे एबीपी ग्रुप के हिंदी न्यूज चैनल एबीपी न्यूज (तब स्टार न्यूज) के साथ जुड़ गए और तब से अभी तक यहीं जुड़े हुए थे।

साभार- samachar4media.com/ से

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार