Sunday, November 24, 2024
spot_img
Homeमीडिया की दुनिया से18 आतंकियों को मार गिराने वाली पंजाब की एस शेरनी पर...

18 आतंकियों को मार गिराने वाली पंजाब की एस शेरनी पर बनेगी फिल्म

भाग मिल्खा भाग, पान सिंह तोमर और नीरजा जैसी फिल्मों के बाद अब शौर्य चक्र पाने वाली अमरीक कौर के ऊपर फिल्म बनाने की तैयारी की जा रही है। पंजाब में 18 आतंकियों को मौत के घाट उतारने वाली अमरीक की जिंदगी पर ‘सरदारनी’ नाम से फिल्म बनाने का फैसला किया गया है। सुनील मनचंदा इस फिल्म का निर्माण करेंगे और इसकी स्क्रिप्ट रमन कुमार, अमरीक गिल और अभिषेक दूधिया के साथ मिलकर लिखी जाएगी। फिल्म का डायरेक्शन दूधिया करेंगे। मनचंदा इससे पहले तेरे नाम, चीनी कम और पा जैसी फिल्मों को प्रोड्यूस कर चुके हैं।

अमरीक कौर को पंजाब के लोग अपनी महानायिका मानते हैं। हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक 1991 में अमरीक के पति को आतंकवादियों ने मार दिया था, उसके बाद से ही पंजाब की इस शेरनी ने अपने राज्य से आतंक को खत्म करने की कसम खा ली थी। साल 2014 में दुनिया को अलविदा कहने वाली अमरीक को ‘सीमा क्षेत्रों की शेरनी’ कहा जाता था। अमरीक की शादी बहुत ही कम उम्र में बहादुरपुर के रहने वाले सुबेग सिंह से करा दी गई थी। वह अपने पति के साथ इंडिया-पाकिस्तान बॉर्डर के करीब वोल्तोहा इलाके में खेतों पर काम करने जाया करती थीं।

12 सितंबर 1991 के दिन जब अमरीक अपने पति और एक सहयोगी मुख्तियार सिंह के साथ खेत में काम करके लौट रही थीं, तब उनके ऊपर अचानक से कुछ आतंकियों ने हमला कर दिया। हमले में सुबेग सिंह और मुख्तियार की मौत हो गई। अमरीक की बहू रुपिंदर कौर बताती हैं, ‘उसके बाद उन्होंने यह कसम खा ली कि वह पंजाब से आतंक को मिटा कर ही रहेंगी। उनके नाम पर तीन बंदूके थीं।’

शौर्य चक्र पर बात करते हुए रुपिंदर ने बताया, ‘एक बार जब अमरीक सुबह-सुबह गुरुद्वारे से लौट रही थीं, तब उन्होंने देखा कि एक आतंकी ने इंस्पेक्टर को गोलियों से छलनी कर दिया है। जिसके तुरंत बाद ही वह पुलिस स्टेशन गईं। उनके इस साहस को देखते हुए उन्हें 1995 में शौर्य चक्र दिया गया। उन्होंने अपनी जिंदगी में 18 आतंकियों को मौत के घाट उतारा था और 24 ने उनके सामने सरेंडर किया था।’ आपको बता दें कि अमरीक की मौत से सालों पहले ही बीमारी की वजह से उनके दो बेटों की मौत हो चुकी थी। एक बेटे की मौत 2007 में हुई थी तो वहीं दूसरे की 2010 में हुई थी।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार