Monday, December 23, 2024
spot_img
Homeसूचना का अधिकारसूचना के अधिकार की ताकत, अनिल गलगली ने 2 इंजीनियरों को हवालात...

सूचना के अधिकार की ताकत, अनिल गलगली ने 2 इंजीनियरों को हवालात भिजवाया

मुंबई मनपा ने सडक काम में हुए भ्रष्टाचार और धांधली के चलते जांच कर 6 ठेकेदारों पर एफआईआर दर्ज की। इस सच्चाई को नकारते हुए जिन ठेकेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई हैं उनमें से ही आरपीएस इन्फ्रा प्रोजेक्ट और जे कुमार को हँकॉक के अलावा यारी रोड, मिठी नदी और विक्रोली उड्डाणपूल का नया ठेका बहाल करना और गोरेगाव-मुलुंड लिंक रोड इस1300 करोड़ के काम में दोबारा एफआईआर दर्ज ठेकेदारों में से ही ठेकेदारों पर दिखाई गई मेहरबानी की जांच करने की मांग आरटीआई कार्यकर्ते अनिल गलगली ने राज्य के लोक आयुक्त एम एल तहलियानी से की थी। लोकायुक्त श्री तहलियानी के आदेश के बाद मनपा के 2 प्रमुख अभियंता को आझाद मैदान पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने राज्य के लोक आयुक्त एम एल तहलियानी के पास शिकायत में आश्चर्य व्यक्त किया हैं कि एकओर ठेकेदार पर मनपा एफआईआर दर्ज करती हैं दूसरीओर उसी ठेकेदारों हँकॉक के अलावा यारी रोड, मिठी नदी और विक्रोली उड्डाणपूल कानया ठेका देती हैं। यह विचित्र मामला हैं। इसके अलावा गोरेगाव-मुलुंड लिंक रोड इस 1300 करोड़ो के काम में भी एफआईआर दर्ज हुए ठेकेदारों पर मनपा मेहरबान हैं और हाल ही में शार्ट लिस्टिंग में उनमें से ही 2 ठेकेदार वैध साबित हुए हैं। एक बार मनपा फस गई है जिससे बदनामी होते हुए उसी ठेकेदारों को नया नया काम देने से मनपा की भूमिका पर संदेह निर्माण हो रहा हैं। अनिल गलगली की लोकायुक्त से मांग की थी कि सभी मामले को गंभीरता से लेते हुए महानगरपालिका आयुक्त से एवं गोरेगाव-मुलुंड लिंक रोड इस नए काम का वस्तुस्थिती पर आधारित रिपोर्ट मंगवाकर मुंबईकरों की और मनपा की होनेवाला फ्रॉड को रोके और दर्ज एफआईआर के मद्देनजर सू-मोटो लेते हुए कार्यवाही करे।

अनिल गलगली की शिकायत के बाद राज्य के लोकायुक्त एम एल तहलियानी ने जिम्मेदार अधिकारियों पर भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून के तहत कारवाई करने का आदेश दिया था। मुंबई पुलिस ने सड़क विभाग के प्रमुख अभियंता अशोक पद्मसिंह पवार(57) और विजिलेंस विभाग के प्रमुख अभियंता उदय नामदेव मुरुडकर (54) को बड़े गिरफ्तार किया हैं।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार