लखनऊ। महामना शिक्षण संस्थान बालिका प्रकल्प (भाऊराव देवरस सेवा न्यास) के भवन के निर्माण हेतु आयोजित भूमि पूजन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि भारत की परंपरा सदैव स्वावलंबन की रही है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ग्राम स्वराज की बात कही थी। गाँव आत्मनिर्भर था , समाज आत्मनिर्भर था आज आवश्यकता है समाज को स्वावलंबन के लिए भाव जागृत करने की। आजादी का अमृत महोत्सव हमारे लिए भारतीयता से जोड़ने का अवसर है। भारत की ज्ञान परम्परा महान है। शिक्षा सभी को प्राप्त हो इस कार्य में समाज के प्रत्येक व्यक्ति को अपने अपने स्तर से सेवा कार्य में लगने से सबका साथ सबका विकास इस मंत्र से मजबूत भारत पुनः विश्वमंच पर अग्रणी होगा। मुख्यमंत्री ने कहाकि भाऊराव देवरस जी ने समाज कार्य के लिए अपना सर्वस्व जीवन समर्पित किया था।
कार्यक्रम के मुख्य मुख्य वक्त डॉ. कृष्ण गोपाल, सह सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहाकि महामना मदन मोहन मालवीय जी का जीवन शिक्षा तथा समाज से जुड़ें लोगों के लिए सदैव अनुकरणीय रहा है। मालवीय जी ने युवाओं को उत्तम संस्कार के साथ ज्ञान विज्ञान की शिक्षा से समृद्ध करने के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए काशी हिन्दू विश्वविधालय की स्थापना की थी। प्राचीन भारत को और अधिक गौरवशाली भारत खड़ा करने का कार्य मालवीय जी ने किया।
उक्त अवसर पर मुख्यमंत्री ने “महामना पंडित मदन मोहन मालवीय : भारतीयता के प्रतीक पुरुष” स्मारिका का विमोचन विमोचन किया। स्मारिका में मालवीय जी के जीवन प्रसंगों को विषय विशेषज्ञों द्वारा लेख के रूप में लिखा गया है। संपादक डॉ. सौरभ मालवीय तथा प्रकाशन मधुरेश श्रीवास्तव ने किया है।
कार्यक्रम मे संघ के क्षेत्र प्रचारक, प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक सहित विध्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री शिवकुमार , महामना शिक्षण संस्थान के सचिव रंजीव तिवारी ,बालिका प्रकल्प की संचालिका सहित तमाम नगर के समाज सेवी लोग उपस्थित थे ।