माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में यूनिसेफ के सहयोग से बच्चों के अधिकार विषय पर कार्यशाला का आयोजन
भोपाल। बच्चों के अधिकार विषय पर आयोजित कार्यशाला में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि बाल शोषण बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। जागरूकता से ही इसका समाधान निकल सकता है। चिंता से उठकर चिन्तन करने के लिये यह कार्यशाला आयोजित की जा रही है। यूनिसेफ के सहयोग से कार्यशाला का आयोजन ऑनलाइन किया गया। कार्यशाला में रीवा के पत्रकार शामिल हुए।
कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि विश्वविद्यालय का कार्य शिक्षा और शोध के साथ ही समाज को जागरूक करना भी होता है। उन्होंने बच्चों के खेलने के अधिकार पर कहा कि बच्चों को खेलने का भी पूरा अधिकार है जिस पर बातचीत कम हो रही है। कुलपति ने रीवा परिसर में ‘ग्रामीण पत्रकारिता’ पर प्रारंभ किये गए पाठ्यक्रम के महत्व पर भी बात की।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता डॉ. विशेष गुप्ता ने कहा कि जनरेशन गैप ने बच्चों के पालन-पोषण को दोषपूर्ण बना दिया है। बच्चे से परिवार संवाद नहीं कर रहे हैं। बच्चों के लिए परिवार की भी जिम्मेदारी है लेकिन हम लोगों ने सरकारों पर ही सारी जिम्मेदारी डाल दी है। डॉ. गुप्ता ने जेजे ऐक्ट के बारे मे भी बताया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को बच्चों से जुड़े मुद्दों पर लिखते समय कुछ जरूरी बातों का हमेशा ध्यान रखना चाहिये। कार्यशाला के अंत में संयोजक डॉ. मणि नायर ने आभार व्यक्त किया।
कार्यशाला में यूनिसेफ के अधिकारी अनिल गुलाटी, प्रोजेक्ट समन्वयक अंकित पांडे, रीवा परिसर के प्रभारी दीपेन्द्र बघेल, बृजेन्द्र शुक्ला, कुलसचिव प्रो. अविनाश वाजपेयी, निदेशक एएसआई प्रो. मनीष माहेश्वरी, डीन अकादमिक प्रो. पी. शशिकला, प्रो. पवित्र श्रीवास्तव, डॉ. राखी तिवारी सहित अन्य विशेष रूप से उपस्थित थे।
कुलसचिव
(डॉ. अविनाश वाजपेयी)