जयललिता भले ही करोड़ों लोगों के लिए अम्मा थीं लेकिन दो महीने से ज्यादा समय तक जब वे अस्पताल में थीं तो उनके पास परिवार का कोई सदस्य नहीं था। जयललिता के भाई जयकुमार की बेटी दीपा ने अस्पताल में उनसे मिलने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने वापस भेज दिया। जब उन्होंने बताया कि वह कौन हैं तो पुलिस ने कहा, ”हम आपसे वापस बात करेंगे।” लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ। गौरतलब है कि जयललिता का पांच दिसंबर को रात साढ़े 11 बजे अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वे 74 दिन से अस्पताल में भर्ती थीं। 4 दिसंबर को उन्हें कार्डिएक अरेस्ट हुआ था इसके बाद से वह उबर नहीं पाईं।
अक्टूबर 2014 में जब जयललिता जेल से बाहर आर्इं थी तो दीपा और उनके पति माधवन ने मिलने की कोशिश की थी। दीपा और माधवन अन्नाद्रमुक के समर्थकों के बीच बारिश में जया का स्वागत करने को खड़े थे। बाद में दोनों ने जयललिता के घर के पास से कई घंटों तक नजर बनाए रखी। दीपा ने बताया, ”उन तक पहुंचने और बात करने में कई बाधाएं थीं। मुझे नहीं पता इतनी रूकावटें कैसे आ गर्इं।” दीपा का जन्म जयललिता के पोएस गार्डन स्थित घर में ही हुआ था।
जयललिता का शुरुआती जीवन कर्नाटक के मैसुरु में नान-नानी के पास बीता। बाद में वह चेन्नई चली लेकिन ननिहाल से संपर्क बरकरार रहा। सितंबर 1995 में दत्तक बेटे वीएन सुधाकरन की शाही शादी के बाद उनके परिवार से रिश्ते खराब हो गए। जया की मां वेदा का जन्म नेल्लोर में हुआ। उनकी शादी जयरमन से हुई। जयरमन मैसूर महाराजा के सर्जन थे। जयललिता अपने मामा श्रीनिवासन की काफी इज्जत करती थीं। वह उन्हें चीनी मामा कहकर बुलाती थीं। उनकी मां की बड़ी बहन विद्यावती बेंगलुरु में निशक्तों के लिए स्कूल चलती थीं। वह एक्टर भी थीं। उनकी बेटियां अमिता और जयंती ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में रहती हैं। वेदा की दूसरी बहन अंबुजा और उनके पति कन्नन की कोई संतान नहीं है और वे कई साल तक जयललिता के साथ रहते थे। वेदा की सबसे छोटी बहन पदमिनी बेंगलुरु में रहती थीं और साल 2011 में उनका निधन हो गया। दीपा ने बताया, ‘नवंबर 2012 में उनमें से कुछ मेरी शादी में आए थे। हालांकि जयललिता नहीं आईं थी।”