पत्रकारों पर यूं तो किसी न किसी का पक्षधर होने के आरोप लगते रहते हैं, लेकिन मौजूदा वक़्त में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला बहुत तेज़ हो गया है। वर्तमान में मीडिया को दो भागों में विभाजित करके देखा जाने लगा है, एक प्रो भाजपा और दूसरा प्रो कांग्रेसी।
यही वजह है कि जब भी दोनों सियासी दलों से जुड़ी कोई खबर सामने आती है, तो उसे सहज ही सच नहीं माना जाता। एक पक्ष दूसरे पक्ष पर खबर गढ़ने या कहें कि अपने हिसाब से खबर तैयार करने का आरोप लगाते नहीं थकता। आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर को सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे एक विडियो के चलते हवा मिलना तय है। यह विडियो ‘आजतक’ की पत्रकार मौसमी सिंह का है। विडियो की आवाज़ स्पष्ट नहीं है, लेकिन जितना कुछ सुनाई दे रहा है और जिस तरह से मौसमी के हावभाव हैं, उससे साफ़ पता चलता है कि वो कांग्रेस कार्यकर्ताओं को क्या बोलना है या क्या नहीं, यह समझाने का प्रयास कर रही हैं। ये कहना गलत नहीं होगा कि प्रियंका गांधी की तस्वीर हाथ में लिए खड़े कांग्रेसियों के मुंह से जो शब्द निकल रहे हैं, वो मौसमी के हैं।
जिस तरह से नेता अपने कार्यकर्ताओं को विरोध-प्रदर्शन से पहले सिखाते-पढ़ाते हैं कि उन्हें क्या बोलना है, किसके खिलाफ नारे लगाने हैं, ठीक वैसी ही भूमिका मौसमी विडियो में निभाती नज़र आ रहीं हैं। यह विडियो मौके पर मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल से उस समय बनाया है, जब मौसमी ऑफ कैमरा संभवतः कांग्रेसियों को नारे लगाने के टिप्स दे रहीं थीं। विडियो में ‘आजतक’ की पत्रकार कहती नज़र आ रहीं हैं ‘कांग्रेस पार्टी की विचारधारा, दो लोगों की विचारधारा…सबको लेकर आगे बढ़ने की बात ऐसा कुछ…पहले राहुल गाँधी को’ इतना सुनते ही कांग्रेसी जोर-जोर से नारे लगाने लगते हैं।
साभार- http://www.samachar4media.com से