Sunday, December 29, 2024
spot_img
Homeपत्रिकाकला-संस्कृतिये है दिल्ली मेरी जान 10 से 16 अगस्त तक दिल्ली में

ये है दिल्ली मेरी जान 10 से 16 अगस्त तक दिल्ली में

सौंदर्य, कला, मनोरंजन देश की राजधानी दिल्ली में शायद ही ऐसी कोई कला हो, जो समर्पित न हो. नृत्य, नाटक, संगीत, बैठक, चित्रकला, संगीत प्रदर्शनी न सिर्फ राजधानी के माहौल को खुश मिजाज बनाती है, बल्कि कलाकारों के अंदर एक नई उत्साह उत्पन्न करती है, जिससे वह नए सिरे दोबारा उसी काम को दुगने समर्पण के साथ कर सके.

कला को समर्पित एक प्रदर्शनी आज(10 अगस्त) से दिल्ली में शुरू हो रही है. 10 अगस्त से 16 अगस्त तक चलने वाली इस प्रदर्शनी का नाम ‘ये है दिल्ली मेरी जान’ है. चित्रकला, फोटोग्राफी, डिजिटल आर्ट, प्रिंट-मेकिंग, सिरामिक्स और स्कल्पचर, इन सभी विधाओं में सिद्धहस्त देशभर के 48 कलाकार ‘ये है दिल्ली मेरी जान’ में जुटने वाले हैं. कूची, कैनवस और रंग के साथ किए जाने वाले प्रयोगों और क्राफ्ट के जानकारों और इसके बारे में जानकारी इक्ट्ठा करने वालों के लिए यह प्रदर्शनी बेहद लाभदायक साबित होने वाली है.

‘ये है दिल्ली मेरी जान’ प्रदर्शनी की शुरुआत आज शाम 6 बजे होगी. जानकारी के मुताबिक, प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट सोसाइटी (AIFACS) के चेयरमैन और मशहूर स्कल्पचर आर्टिस्ट पद्मश्री बिमान बी. दास को भी अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया.

दिल्ली के रफी मार्ग स्थित ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट सोसायटी में लगने वाली प्रदर्शनी को सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खोला जाएगा. इस प्रदर्शनी की सबसे खास बात ये है कि इसमें युवा कलाकारों को पहले मौका दिया जाएगा.

युवा कलाकारों के उत्साह को बढ़ाने के लिए देश के तमाम राज्यों से लगभग 48 कला-सेवक अपनी कलाकृतियां लेकर पहुंचेंगे. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक, इन कला-सेवकों में आनंद कर्माकर, रमाशंकर मिश्र, अंजली कुमार, डॉ. अपर्णा लाड, भोला कुमार, दीपा सिंह, मो. मजीद मंसूर, हरलीन संधू, ज्योति सतीजा, मेरी डेजी जैकब, मृगांको मौली मुखर्जी, प्रीति अग्रवाल, प्रियेश दत्त मालवीय, रेखा कुमारी, संजय सरकार, शैली लाल, शंकर तायडे, शंकरी कुंडू, सौमेन बसु, वत्स्ला खेरा, विशाल गोस्वामी,अंजना पेठिया, डॉ अंजना सिंह, नैमिष सागठिया और पूनम नाग चतुर्वेदी कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे.

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार