फिल्म द केरल स्टोरी (The Kerala Story) ने राज्य में चल रहे इस्लामी धर्मांतरण की साजिशों को चर्चा में ला दिया है। सेंसर बोर्ड ने 10 दृश्य हटा कर इस फिल्म को ‘A’ सर्टिफिकेट के साथ पास किया था। जो दृश्य हटाए गए थे उनमें से एक केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन के इंटरव्यू से जुड़ा था।
वामपंथी नेता अच्युतानंदन साल 2006-2011 तक केरल के मुख्यमंत्री थे। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने उनका एक वीडियो ट्वीट किया है। 27 सेकेंड का यह वीडियो 24 जुलाई 2010 को दिल्ली में अच्युतानंदन के प्रेस कॉन्फ्रेंस का बताया जा रहा है। इसमें वे केरल को अगले 20 सालों में इस्लामी राज्य बनाने की साजिशों का जिक्र करते सुनाई पड़ रहे हैं।
अच्युतानंदन बताते हैं कि इस्लामी कट्टरपंथियों की योजना अगले 20 साल में केरल को मुस्लिम राज्य बनाने की है। इसके लिए वे युवाओं का माइंडवाश कर रहे हैं। उन्हें पैसे दे रहे हैं। मुस्लिम आबादी बढ़ाने के लिए युवाओं को हिंदू लड़कियों से शादी करने के लिए उकसाया जा रहा है। कम्युनिस्ट नेता ने बताया था कि इस्लामी कट्टरपंथियों की तरकीबें काम भी कर रही और राज्य में उनकी आबादी भी बढ़ रही है।
गौरतलब है कि अच्युतानंदन के इस इंटरव्यू के एक हिस्से को टीजर में भी दिखाया गया था। इसमें उन्होंने कहा था, “पॉपुलर फ्रंट केरल को एक इस्लामी राज्य बनाने पर अमादा है। प्रतिबंधित संगठन एनडीएफ की तरह उसका मकसद भी अगले 20 साल में केरल को मुस्लिम राज्य में परिवर्तित कर देना है।”
केरल के पूर्व सीएम का वीडियो शेयर करते हुए मालवीय ने लिखा है कि अच्युतानंदन एक कट्टर कम्युनिस्ट थे। वे ऐसे व्यक्ति नहीं थे जिस पर भगवा दृष्टिकोण रखने का आरोप लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि अच्युतानंदन ही नहीं, केरल के काॅन्ग्रेसी मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने भी विधानसभा में 2006-12 के बीच 7000 से अधिक धर्मांतरण को कबूला था। मालवीय ने लिखा है, “लव जिहाद वास्तविक और खतरनाक है। हमारी लड़कियों को बहला-फुसलाकर कट्टरपंथी आतंकी संगठनों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।”
द केरल स्टोरी’ के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने भी मार्च 2022 में बताया था, “2009 के बाद केरल और मैंगलोर की लगभग 32000 लड़कियों को हिंदू और ईसाई से इस्लाम में कन्वर्ट किया गया। उनमें से ज्यादातर सीरिया, अफगानिस्तान और अन्य ISIS व हक्कानी प्रभावशाली क्षेत्र में भेज दी गईं।” सुदीप्तो को रिसर्च के दौरान यह भी पता चला कि अपहरण और तस्करी के जरिए गायब हुईं कुछ लड़कियाँ अफगानिस्तान और सीरिया की जेल में पाई गई थीं। इनमें से ज्यादातर लड़कियों की शादी ISIS के आतंकवादियों से की गई थी और उन्हें ‘सेक्स स्लेव’ बनाया गया था।
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