मनोज सेखानी 21 अप्रैल २०१६ को शताब्दी एक्सप्रेस से अहमादाबाद की यात्रा पर थे. जरुरत के समय रेलवे को ट्विट कर सहायता पाने के बारे में उन्होंने कुछ अच्छे अनुभव सुन रखे थे. उनके मन में भी सवाल उठा की, क्या रेलवे कर्मचारी उनकी सहायता में भी आगे आएँगे? वास्तव में मनोज कुछ समय पहले लकवे के शिकार हुए थे और चलने में लगभग असमर्थ से है.
उन्होंने व्हिलचैर की सहायता मांगते हुए सुरेश प्रभु की रेलवे को ट्विट किया, जिसका तत्काल प्रत्योत्तर भी मिला और अहमदाबाद उतरते समय उनके लिए व्हीलचेयर लिये रेलवे कर्मचारी उपस्थित थे.
रेलवे द्वारा मिली इस सहायता व अहमदाबाद के रेलवे कर्मचारियों के व्यवहार से खुश मनोज ने बाताया की ऐसी सेवा के आगे बिजनेस क्लास फ्लाईट की सेवा भी फीकी है.