उप राष्ट्रपति श्री एम. हामिद अंसारी ने आज यहां एक समारोह में स्वर्गीय डॉ. नरेन्द्र दाभोलकर की पुस्तकों के हिंदी अनुवाद का सैट ''अंधविश्वास उन्मूलन-आचार, खंड-1', 'विचार, खंड-2, एवं 'सिद्धांत' खंड-3'' जारी किया। इनका हिंदी अनुवाद डॉ. चन्दा गिरीश ने किया है तथा पुस्तकों के एडिटर सुनील लावाटे है। इस अवसर पर उप राष्ट्रपति ने कहा कि 20 अगस्त 2013 को इतिहास में काला दिवस के रूप में याद किया जाएगा, जब डॉ. नरेन्द्र दाभोलकर की हत्या की गई क्योंकि वे लोगों को विभिन्न अंधविश्वासों के विरूद्ध जागरूक करने का प्रयास कर रहे थे। डॉ. दाभोलकर ने 'महाराष्ट्र अंधविश्वास विरोधी कानून' की वकालत की तथा उनकी मृत्यु के कुछ समय बाद ऐसा कानून पारित किया गया। उन्होंने कहा कि अंधविश्वास विरोधी कानून को राष्ट्रीय कानून बनाया जाना चाहिए।
उनकी राय थी कि अब हमारे देश के लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि तर्कयुक्त सोच अविवेकी सोच से बेहतर होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि इन तीन पुस्तकों के सैट को सभी भारतीय भाषाओं में अनुवाद किए जाने चाहिए तथा इन्हें अंधविश्वास के विरूद्ध युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए विद्यालयों तथा महाविद्यालयों को भेजा जाना चाहिए।