जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग एवं पीआर नीति के संयुक्त तत्वावधान में 24 मई को कोविड 19 के दौर में टेलीविजन एंकरिंग एवं रिपोर्टिंग स्किल पर ऑनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी में वक्ताओं में इस महामारी के दौर में पत्रकारों के समक्ष चुनौतियों और आवश्यक स्किल पर अपने विचार रखें. संगोष्ठी में देश के विभिन्न भागों से मीडिया शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं पत्रकारों ने प्रतिभाग किया.
बतौर मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार, लेखक एवं डीडी न्यूज़ के एंकर अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य या केंद्र सरकार की तरफ से फ्रंट लाइन पर काम करने वालों की तरह ही पत्रकारों का भी बीमा करना चाहिए.आज कोरोना महामारी के दौर में चुनौती के साथ पत्रकार फील्ड में काम कर रहे है. इस दौर ने पत्रकारों को बहुत कुछ सीखाया है और बेहतर कौशल की जरुरत है. पत्रकारों ने खुद को खतरे में डाल कर काम किया है.उन्होंने कहा कि इस तरह के महामारी के दौर में पत्रकारों को विशेष प्रशिक्षण देना चाहिए.
वेबीनार में आज तक एवं न्यूज़ 18 जैसे प्रतिष्ठित चैनलों की पूर्व पत्रकार एवं एंकर नवजोत ने कहा कि पत्रकारों को इन्डिपेंडेंट वाइस बन कर सामने आना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के पहले भी बहुत आपदाएं आई है . पत्रकारों ने इस दौर में खबरों को पहुंचाने में कभी कोई कमी नहीं की है. कहा कि महामारी से जुडी ख़बरें सही, स्पष्ट और सच्ची होनी चाहिए. पत्रकारों के लिए यह एक बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि चैनल में जल्दी के चक्कर में आज गलतियाँ हो रही है और फेक न्यूज़ सामने आ जाती है. उन्होंने एंकरिंग और रिपोर्टिंग के करने के टिप्स दिए . एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एंकर और रिपोर्टर बनने के लिए गहन अध्ययन , संवेदना ,समझदारी जरूरी है. दून विश्वविद्यालय के प्रो एच सी पुरोहित ने भी अपने विचार व्यक्त किये.
पीआर नीति की निदेशक विभा सिंह आभार एवं स्वागत संगोष्ठी के निदेशक विभागाध्यक्ष डॉ मनोज मिश्र ने किया. वेबिनार का संचालन संयोजक डॉ दिग्विजय सिंह राठौर ने किया.वेबिनार के आयोजन सचिव डॉ अवध बिहारी सिंह एवं सह संयोजक डॉ सुनील कुमार एवं डॉ चंदन सिंह रहे.
प्रेषक – डॉ दिग्विजय सिंह राठौर
संयोजक
सहायक आचार्य, जनसंचार विभाग
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर