मुंबई। पश्चिम रेलवे के रेल सुरक्षा बल (आरपीएफ) को रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्र के साथ-साथ यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है और यह यात्रियों को सुरक्षित, संरक्षित और आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे कार्यरत है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे का सुरक्षा विभाग अपने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है और उनके हितों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। वर्ष 2023 में 1094 अपराधियों को पकड़ा गया और लगभग 52.35 लाख रुपये मूल्य की चोरी की गई रेल संपत्ति को बरामद किया गया। इनमें से लगभग 8 मामलों में चोरी की गई बरामद संपत्ति की कीमत एक लाख रुपये से अधिक है।
इस संबंध में कुछ उल्लेखनीय खोजों का हवाला देते हुए श्री ठाकुर ने बताया कि आरपीएफ अंधेरी टीम के अपराध रोकथाम और जांच दस्ते (सीपीडीएस) ने अंधेरी सब-स्टेशन से नॉन-वर्किंग ट्रांसफार्मर से तांबे के तार की चोरी के संबंध में प्राप्त जानकारी पर कार्य किया। घटना वाली रात के सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान घटना के समय एक चार पहिया वाहन पाया गया। चार पहिया वाहन की ट्रैकिंग करने के बाद आरपीएफ टीम ने 01 रिसीवर सहित 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया और 3 लाख रुपये से अधिक मूल्य के 520 किलोग्राम तांबे के तार की चोरी की गई रेल संपत्ति की 100% बरामदगी की गई। सभी आरोपियों पर रेलवे कोर्ट में मुकदमा चल रहा है।
एक अन्य मामले में प्रतापगंज रेलवे कॉलोनी में 14 परित्यक्त रेलवे क्वार्टरों को ध्वस्त किया गया और रेलवे सामग्री को क्रेता/बोलीदाता को नीलाम कर दिया गया। हालाँकि, क्रेता के प्रतिनिधि ने अनुचित लाभ उठाया और नीलामी की गई सामग्री के साथ-साथ अवर्गीकृत (बिकी नहीं की गईृ) रेलवे सामग्री भी ले गए। इसके बाद, विश्वसनीय स्रोतों से शिकायत मिलने पर, वडोदरा की सीआईबी यूनिट ने भरी हुई लॉरी को रोका और कुल 3.28 लाख रुपये मूल्य के 155 टाई-बार और 71 डबल हेडेड रेल लाइन की बरामदगी की गई। मामला वडोदरा पोस्ट पर दर्ज किया गया और चोरी की गई रेल संपत्ति की 100% बरामदगी के साथ 08 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।