छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी व अपशब्द कहने पर एफआईआर के बाद संत कालीचरण का एक और वीडियो सामने आया है। वीडियों में संत कालीचरण ने कहा कि उन्हें इसका कोई पश्चाताप नहीं है। मुझे मृत्युदंड भी स्वीकार है। फांसी पर भी चढ़ा दोगे तो भी मेरे सुर नहीं बदलेंगे। उन्होंने कहा कि करोड़ों साल से राष्ट्र है। 200 साल पहले आया व्यक्ति कैसे राष्ट्रपिता हो सकता है। इस वीडियो में भी उन्होंने नाथूराम गोडसे को फिर साष्टांग प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि महात्मा, गांधीजी नहीं बल्कि नाथूरोम गोडसे है। धर्म की रक्षा और राष्ट्र को बचाने के लिए वे फांसी पर भी चढ़ने को तैयार हैं।
बता दें कि रायपुर के रावणभाठा मैदान में रविवार शाम दो दिवसीय धर्म संसद के अंतिम दिन कालीचरण ने अपने वक्तव्य के दौरान राष्ट्रपिता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी और उनके हत्यारे नाथूराम गोडसे को प्रणाम करते हुए उनकी प्रशंसा की थी। इसके बाद छत्तीसगढ़ सहित देश की सियासत गरमा गई है। भाजपा-कांग्रेस के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने सिविल लाइन व नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने टिकरापारा थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत के आधार पर कालीचरण बाबा पर अपराध किया गया है। अब कालीचरण ने सोशल मीडिया पर दूसरा वीडियो डालकर आग में घी डालने का काम कर दिया है। कालीचरण ने वीडियो में महात्मा गांधी के अलावा पंडित जवाहर लाल नेहरू पर भी टिप्पणी की है।
रायपुर में अपने खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद कालीचरण ने एक वीडियो जारी कर अपनी टिप्पणियों को फिर दोहराया है। वीडियो में कालीचरण ने कहा है, गांधी के बारे में अपशब्द बोलने के लिए मेरे खिलाफ प्राथमिकी हुई है। मुझे उसका कोई पश्चाताप नहीं है। उन्होंने कहा, मैं गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानता हैं। यदि सच बोलने की सजा मृत्युदंड है तो वह भी स्वीकार है। कालीचरण ने धर्म संसद में गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की सराहना करने के साथ ही अन्य कई आपत्तिजनक बातें भी कही थीं। इस वीडियो में उन्होंने भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को सच्चा देशभक्त बताया है। उन्होंने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने हिंदुओं के लिए क्या किया है।