राजनांदगांव। युवा सरोकारों और चुनौतियों पर एकाग्र अंतर्राष्ट्रीय युवा सम्मेलन में दिग्विजय कालेज के प्रोफ़ेसर डॉ.चन्द्रकुमार जैन के विशेष प्रेज़ेन्टेशन को पूरे सम्मान के साथ शुमार किया गया। पंजाब ले जालंधर सिटी में मानव संसाधन विकास मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा स्टार कालेज और कालेज ऑफ़ हेरिटेज का दर्ज़ा हासिल प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान में हुए इस विश्व युवा समागम में डॉ.जैन ने युवा नेतृत्व के विकास में जन सम्बोधन कला के महत्व पर केंद्रित शानदार और शोध परक प्रेसेंटेशन प्रेषित किया था, जिसका दुनिया भर से आये युवाओं, विद्वानों और विषय विशेषज्ञों ने तहे दिल से स्वागत किया।
डॉ.चन्द्रकुमार जैन के इस प्रस्तुतीकरण का शीर्षक था – यूथ लीडरशिप एंड अफेक्टिव पब्लिक स्पीकिंग। मूलतःअंगेजी भाषा में रचे गई इस प्रेरक प्रस्तुति में डॉ.जैन ने सम्भाषण की बारीकियों के साथ-साथ युवाओं की नेतृत्व क्षमता के विकास में बोलने की कला के अहम योगदान को बड़े रोचक अंदाज़ में पेश किया। उन्होंने बोलने से बनने वाले व्यक्तित्व और सम्भाषण से संवारने वाले नेतृत्व की लाज़वाब बानगी प्रस्तुत करते हुए युवाओं के लिए इस प्रेसेंटेशन को एक धरोहर की शक्ल में ढाल दिया। डॉ.जैन ने सिद्ध कर दिखाया कि केवल राजनीति ही नहीं, सामजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक, व्यापारिक, व्यावसायिक आदि किसी भी क्षेत्र में क्यों न हों अगर आप बोलने की कला जानते हैं तो सफल होंगे और इस कला में माहिर हैं तो तय है कि आप अपनी सबसे अलग पहचान बनाएंगे। याद रखना चाहिए कि अच्छा बोलना कोई खेल नहीं बल्कि गहरी लगन से पैदा होने वाली एक बड़ी कामयाबी का दूसरा नाम है।
गौरतलब है कि प्रेरक वक्ता बहु प्रशंसित कलमकार डॉ.चन्द्रकुमार जैन ने मौजूदा सत्र में ही दसवें हिन्दी सम्मेलन में भी जिले से पहली सहभागिता का गौरवशाली रिकार्ड दर्ज़ कर मुक्तिबोध, बख्शी जी और डॉ.बलदेव प्रसाद मिश्र जी की कर्मस्थली का गौरव बढ़ाया। पिछले तीन दशक में युवा सरोकारों के अलावा बहुआयामी विषयों और मुद्दों पर जानदार प्रस्तुति पर उन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है।
—————————————–