Monthly Archives: August, 2018
बुलेट ट्रैन के लिए जापानी सीख रहे हैं अधिकारी
हमने अंग्रेजी को आज भी भारत की राष्ट्रभाषा और दुनिया की विश्व भाषा बना रखा है। इसलिए हम नकलचियों का देश बन गए हैं।
दुबई में आयोजित आठवें एशियाई साहित्य सम्मेलन में सम्मानित हुईं डॉ. अंजना सिंह
अवॉर्ड लेने के दौरान मेरे दोनों बच्चे सबसे अधिक खुश थे।
स्व. राजेंद्र माथुर का ये संपादकीय बताता है कि संपादक की दृष्टि कितनी गहरी होती है
जाहिर है कि इस तरह के सफेदपोश वर्ग के लिए न पूंजीवाद में कोई गुंजाइश है और न साम्यवाद में।
इंदिरा गाँधी के बाद सबसे ताकतवर थे आरके धवन
नरसिंहराव ने अपनी सरकार में उन्हें शहरी विकास मंत्री बनाया। उन्होंने 2012 में अपने से 16 साल छोटी अचला से शादी की।
बिहार फाउंडेशन द्वारा कृष्ण प्रकाश पंकज त्रिपाठी का सम्मान
बिहार सरकार की संस्था बिहार फाउंडेशन की मुंबई साखा ने बिहार की दो विभूतियों कृष्ण प्रकाश आई पी एस
सुंदर कांड पर 35 चित्र बनाकर 12 साल की ईशा ने बनाया रिकॉर्ड
सुंदरकांड के पांचवें अध्याय में इन 35 चित्रों की मदद से सुंदरकांड की चौपाइयों को दर्शाया गया है। इन चित्रों को कागज पर एक्रिलिक रंग,
स्व. राजेन्द्र माथुर वाली पत्रकारिता अब इतिहास में ही मिलेगी
राजेश बादल - 0
आपातकाल लग चुका था। देश आजाद होने के बाद पहली बार प्रेस सेंसरशिप लगा दी गई थी। मैं कॉलेज में पढ़ता था।
ऐसे ‘नीरज’ को कोई कैसे भुलाए
नीरज जी को मंचों से तो कई बार सुना था पर व्यक्तिगत रूप से मिलने का और बतियाने का सौभाग्य दो बार
निरंकारी समुदाय की रोशनी का विलीन होना
मानवता को समर्पित संत निरंकारी मिशन की पांचवीं सद्गुरु माता सविंदर हरदेवजी ने इस संसार से विदा ले ली है,
राजनीति की शिकार हुई बंगलादेशियों के अवैध घुसपैठ की समस्या
ममता बैनर्जी ने तो दो कदम आगे बढ़ते हुए देश में गृहयुद्ध तक का खतरा जता दिया है ।