Monthly Archives: June, 2020
वनमालाः उज्जैन में जन्मी वो अभिनेत्री जो 20 साल का फिल्मी कैरियर छोड़कर संन्यासिनी बन गई
उज्जैन शहर में जन्मी होने के कारण वे चाहती थी कि उनके अपने शहर की किसी कहानी पर कोई फिल्म बने और वे इसमें अभिनय भी करें। इसके लिए उन्होंने प्राचीन उज्जयिनी के लेखक शूद्रक के नाटक मृच्छकटिकम की नायिका वसंतसेना में मुख्य नायिका की भूमिका कर अपनी इच्छा पूरी की।
कम्युनिटी रेडियो में है मिट्टी की खुशबू
उन्होंने बताया कि भविष्य में रेडियो के कार्यक्रमों में बहुत बदलाव आना है। आप रेडियो पर हॉरर और साइंस फिक्शन भी सुन पाएंगे। भविष्य में रेडियो आपका अच्छा दोस्त बनेगा।
तकलीफ़ें हवाओं में और सलाहें ख़ंदकों में शरण लेने की !
श्रवण गर्ग - 0
और अंत में यह कि केवल नामों को ही बदलकर हमने अब तक क्या हासिल कर लिया है और हममें कितनी राष्ट्रीय भावना का विकास हो गया है ?क्या प्रयागराज हो जाने के बाद इलाहाबाद की आत्मा बदल गयी है या कि दिल्ली का औरंगज़ेब रोड अब कुछ नया हो गया है ?
आर्य समाजी स्वामी ध्रुवानन्द
आप ने जब संन्यास लिया तो आप को स्वामी ध्रुवानन्द का नाम दिया गया। आप की सम्पादित एक पुस्तक सन् १९३८ इस्वी में शाहपुर से ही प्रकाशित हुई। इस पुस्तक में विवाह संस्कार के अन्तर्गत "वर वधू के बोलने योग्य मंत्र" शीर्षक दिया गया। दिनांक २९ जून १९६५ इस्वी को आप का देहान्त हो गया ।
महान ऋषि दधिची की पत्नी सती प्रतिथेयी
सब पेड़ , पौधे ,वनस्पतियां ही नहीं जंगल के अन्य प्राणी भी प्रतिक्षण प्रतिथेयी से वार्तालाप करते रहते थे , बातचीत करते रहते थे ।
केकेआर के बल्लेबाज़ नीतीश राणा के यादगार किस्से
ये जानना बेहद दिलचस्प है कि कैसे एक छोटी सी घटना एक क्रिकेटर को अपना करिअर बनाने के लिए जरूरी आत्मविश्वास से भर सकती है!
भाजपा नेताओ ने फिर से चलवाई निरस्त हुई हुई ट्रेन
अमरजीत मिश्र ने केंद्रीय रेलमंत्री पियूष गोयल से संपर्क किया।श्री मिश्र ने तहसीलदार द्वारा प्राप्त सूची को रेल मंत्रालय को सुपुर्द किया और फिर मिरा भायंदर को वाराणसी के लिए एक और श्रमिक विशेष ट्रेन की सौगात मिली।
गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा रेल्वे के महाप्रबंधक श्री कंसल का सम्मान
श्री भाकर ने बताया कि भारतीय रेलवे के श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के फैसले से लाखों प्रवासी कामगार और उनके परिवार बड़े पैमाने पर लाभान्वित हुए हैं।
‘लोकल’ से ‘ग्लोबल’ हुई सोच से बदला शिक्षा का परिवेश ः डॉ. चन्द्रकुमार जैन
देश के कई बड़े प्रकाशन समूहों ने अपनी किताबें मुफ्त ऑनलाइन कर दीं। कोरोना पर शोध आधारित लेखन का सिलसिला चल पड़ा है। लोग कविताएं, कहानियां, शायरी, गीत सुन रहे हैं, सुना रहे हैं।
हमारे देश में कितने सरकारी संसथान हैं और उनके नाम क्या है?
टिप्पणियों में अनुरोधों के आधार पर, हमारे पास संजय गांधी के नाम की चीजों की सूची है।
संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, मुंबई।
संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, नई दिल्ली।