Friday, May 3, 2024
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Monthly Archives: February, 2018

अस्पतालों का शर्मनाक रवैया

छोटी सी बीमारी को बड़ा बता कर अनाप – शनाप बिल बना कर मरीज़ो को लूटने की घटनाये बढ़ती जा रही है । हाल ही में हरियाणा के एक और अस्पताल पर अनाप-शनाप बिल बनाने का आरोप लगा है । गुरुग्राम पुलिस को शहर के कोलंबिया एशिया अस्पताल के खिलाफ यह शिकायत मिली है। शिकायत करने वाले राजेंद्र सिंह ने इस अस्पताल पर इलाज में लापरवाही बरतने के साथ ज्यादा बिल बनाने का आरोप लगाया है ।

मर्यादा का मदनोत्सव

कामवासना प्रकृति की वह सौ फीसदी कारगर जुगत है जिससे वह प्रजातियों के वंश संवहन और अस्तित्व को बनाये रखती है। यह ताकत न रहती तो फिर धरती पर जीवन का सातत्य ठहराव पा गया होता। अपने इस मकसद की पूर्ति के लिये प्रकृति ने सभी जीव प्रजातियों मे प्रणय लीलाओं के अद्भुत प्रपंच रचे हैं।

मर्यादा महोत्सव के अवसर पर 22,23 एवं 24 जनवरी, 2018 के उपलक्ष्य में मर्यादाओं का एक अनूठा पर्व

आज धर्म एवं धर्मगुरु जिस तरह मर्यादाहीन होते जा रहे हैं, वह एक गंभीर स्थिति है। जबकि किसी भी धर्मगुरु, संगठन, संस्था या संघ की मजबूती का प्रमुख आधार है-मर्यादा। यह उसकी दीर्घजीविता एवं विश्वसनीयता का मूल रहस्य है। विश्व क्षितिज पर अनेक संघ, संप्रदाय, संस्थान उदय में आते हैं और काल की परतों तले दब जाते हैं। वही संगठन अपनी तेजस्विता निखार पाते हैं, जिनमें कुछ प्राणवत्ता हो, समाज के लिए कुछ कर पाने की क्षमता हो। बिना मर्यादा और अनुशासन के प्राणवत्ता टिक नहीं पाती, क्षमताएं चुक जाती हैं। मर्यादा धर्म संगठनों का त्राण है, प्राण है, जीवन रस है। अंधियारी निशा में उज्ज्वल दीपशिखा है। समंदर के अथाह प्रवाह में बहते जहाज के लिए रोशनी की मीनार है।

बुलेट ट्रैन: बाधाएँ दूर, हवा से बातें करने वाली गाड़ी को जमीन मिली

अपनी शर्तों पर महाराष्ट्र सरकार ने बुलेट ट्रेन स्टेशन के लिए जमीन दे दी है। बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स में बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाने के लिए 10 एकड़ जमीन की आवश्यकता थी। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार में कई बार बातचीत भी हुई। इसके लिए केंद्र सरकार ने मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण से बीकेसी में जमीन की मांग की थी, लेकिन उसी स्थान पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की पसंदीदा परियोजना अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद (आइएफएससी) के निर्माण का निर्णय एमएमआरडीए ने लिया है। अब तक इस जमीन को लेकर कई घोषणाएं हुई लेकिन एमएमआरडीए

नीलाभ जी इस दौर की पत्रकारिता टिमटिमाते दीपक थे

एक सच्चा दोस्त, एक सच्चा गुरु, एक सच्चा खबरनवीस, एक सच्चा योद्धा, एक सच्चा वाम-प्रगतिशील चिंतक-विचारक, एक सच्चा नारीवादी, एक सच्चा प्रेमी, एक सच्चा भोजनभट्ट, एक सच्चा भारतीय, एक सच्चा-खरा इंसान, एक सच्ची-विनम्र आत्मा...

दीपक चौऋषिया की पुस्तक कूड़ा धन का विमोचन 6 मार्च को

टीवी पत्रकार व इंडिया न्यूज के प्रमुख संपादक दीपक चौऋषिया की पुस्तक 'कूड़ा धन' जल्द ही बाजा़ार में आएगी। किताब का विमोचन 6 मार्च को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन करेंगी। इस समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर नितिन गडकरी और आईटीवी नेटवर्क के प्रमुख कार्तिकेय शर्मा भी मौजूद रहेंगे।

सरकार घबराई, कोई एंकर स्डुडिओ में बाथटब में डूबकर न मर जाए

श्री देवी की मौत की खबर और वह भी बाथरुम में बाथ टब में डूबने की खबर से देश की सुरक्षा एजेंसियों में भी हड़कंप मच गया है। इसका कारण है टीवी पर एंकर और एंकरनियों द्वारा मौत का सीन क्रिएट करने को लेकर किए जा रहे प्रयोग हैं। खबरिया चैनलों ने इस मौत को सनसनी बनाने के लिए स्टुडिओ में बाथरुम भी बना लिये हैं और एंकर व एंकरनियाँ चटखारे ले-लेकर जिस तरह से इस मौत की खबर का वर्णन कर रहे हैं इससे देश की सुरक्षा एजेंसियाँ और सरकारी तंत्र सतर्क हो गया है।

मातृ भाषा संवर्धन से राष्ट्र भाषा होगी मजबूत-पद्म श्री उषा

गाथांतर सम्मान में महिला साहित्यकार हुई सम्मानित -सम्मान के बाद कथाकारों ने किया कहानी पाठ -संभावना कला मंच गाज़ीपुर के कलाकारों द्वारा कविता चित्र प्रदर्शनी लगाई गई -आज़मगढ़ में पहली बार हुआ ऐसा कार्यक्रम

कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए पंजीकरण शुरू, लॉटरी से निकलेंगे भाग्यशाली यात्री

कैलाश मानसरोवर यात्रा-2018 के लिए पंजीकरण मंगलवार से शुरू हो गया। विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 23 मार्च तक इच्छुक यात्री अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इस बार कैलाश मानसरोवर यात्रा पारंपरिक उत्तराखंड के लिपुलेख दर्रे के साथ-साथ सिक्किम के नाथुला दर्रे से भी हो सकेगी। बता दें कि पिछले साल डोकाला विवाद के चलते चीन ने इस मार्ग से यात्रा की इजाजत वापस ले ली थी।

परदे के पीछे भी बहुत कुछ थी श्रीदेवी

खामोशी उनके आगे-पीछे चलती थी। लेकिन बीच में खुशी थी, हंसी थी और जिंदगी थी। उन्हीं लम्हों में रहती थीं श्रीदेवी, अपनों के बीच, अपनों की दुनिया में, दूसरों को सपने बांटती हुईं...। ऐसा क्यों लग रहा है, जैसे कोई अदृश्य सी शक्ति, जो पिछले चार दशकों से आपको आगे बढ़ने, चुनौतियों का मुकाबला करने की ताकत देती आ रही थी, वह अचानक बंद मुट्ठी से रेत की मानिंद सरक गई? कौन थी वह? एक बेहतरीन अदाकारा, एक बेहद खूबसूरत औरत, कुछ गलत-कुछ सही निर्णय लेने वाली एक मानवीय स्त्री, एक जुझारू औरत, जो जिंदगी के हर मुकाम पर शांति और शिद्दत से बाजी जीतती रही या एक हमउम्र आइडल? शायद ये सब कुछ।
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