Friday, May 3, 2024
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Monthly Archives: March, 2019

गुरूग्राम में महक उठे दक्षिण भारतीय व्यंजन

मौका था मुंबई में पहले सफल संस्करण के बाद गुरूग्राम के लीज़र वैली में आयोजित किये गये दो दिवसीय फूड फेस्टिवल ’एलएफ 91- अ हेरिटेज फूड फेस्टिवल’ का।

भारत में अखबारों और न्यूज़ चैनलों की विश्वसनीयता तेजी से गिरी

सोशल मीडिया के दौर में क्या न्यूज़ चैनल्स और अख़बारों की विश्वसनीयता कम होती जा रही है? रॉयटर्स जर्नलिज्म इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित ‘इंडिया डिजिटल न्यूज़ 2019’ की सर्वे रिपोर्ट सामने आने के बाद यह सवाल एक बार फिर खड़ा हो गया है।

अब अपनी भाषा में कर सकेंगे बीमा दावा

साधारण बीमा कंपनियां किसानों को फसल बीमा के दावे से जुड़े विवरण हिंदी और अंग्रेजी के अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराएंगी।

एक मतदाता के लिए चुनाव आयोग की पूरी टीम दिन भर पैदल चलेगी

2014 के लोकसभा चुनाव में यहां दो वोटर थे, कयांग और उनके पति। लेकिन कयांग के पति ने अपना नाम दूसरे मतदाता केंद्र पर स्थानांतरित करा लिया। उप-मुख्य चुनाव अधिकारी लिकेन कोयू ने बताया कि चुनाव टीम

पाकिस्तान की जेलों में गूँजती भारतीय सैनिकों की चीखें देश की नकारा सरकारों का सबूत है

सितंबर 1971 में इमर्जेंसी घोषित हुई। नतीजतन पाकिस्तान ने अपने सभी बॉर्डर सील कर लिए। उसी समय मेजर कंवलजीत को हुसैनीवाला बॉर्डर पर बुला लिया गया। शादी के बाद कभी भी 6 महीने भी एक साथ नहीं रह सके।

आखिर कैसे हमारी होली यूरोप का नया त्यौहार बन गई है

यूरोप का यह सबसे प्रभावशाली देश पिछले कुछ सालों से भारत से थोड़ा देर यानी मार्च के बजाय मई के महीने से होली के असर में आने लगता है. तब लंबी रातें और बर्फीली सर्दियां बीत चुकी होती हैं.

श्री पुनीत गोयनका ने कहा देश के मतदाताओं को जागरुक करेंगे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया और मनोरंजन उद्योग के प्रतिष्ठित लोगों से वोटिंग के प्रति जागरुकता पैदा करने की अपील की थी.

डाक विभाग द्वारा लखनऊ में होली मिलन समारोह का आयोजन

इस अवसर पर सहायक निदेशक सुरेन्द्र पांडेय, एपी अस्थाना, सहायक डाक अधीक्षक उमेश वर्मा, संदीप चौरसिया, डाक निरीक्षक प्रियम गुप्ता, प्रभाकर कुमार, सहायक लेखाधिकारी अभिषेक कुमार, आनंद कुमार, अमित कुमार, अनामिका, आकांक्षा, रुचि, राम खेलावन, संदीप यादव, अनुराग सहित तमाम अधिकारी- कर्मचारी शामिल रहे।

है अंधेरी रात, पर दीया जलाना कब मनाना है

करोङों हिंदुस्तानियों की तरह नाना ने भी सूखे का संत्रास देखा; आत्महत्या कर चुके किसानों के परिवार वालों के दर्द भरे साक्षात्कार सुने। मैने भी सुने। मेरी हमदर्दी कलम तक सीमित रही, किंतु नाना ने कहा कि

‘हिंदी साहित्य उत्सव’ ने उठाये कई सवाल

इस अनोखे कलेवर वाले कार्यक्रम हिन्दी साहित्य महोत्सव के चौथे सीज़न पर अपनी राय रखते हुए राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक महेश्वरी ने
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