Monthly Archives: September, 2021
शिक्षा और दीक्षा
मनोज कुमार - 0
मनोज कुमार आज हमारे पड़ोसी शर्माजी इस बात से प्रसन्न थे कि उनका बेटा शिक्षित हो गया. शिक्षित अर्थात उसने बीई की डिग्री हासिल कर ली. बेटे के स्नातक हो जाने की खुशी उनके चेहरे पर टपक रही थी. यह अस्वाभाविक भी नहीं है.
गति के लिए चरण व प्रगति के लिए आचरण की प्रेरणा है ‘शिक्षक’
आज शिक्षक दिवस है और हममें से कोई भी ऐसा नहीं, जिसके जीवन में इस शब्द का महत्व न हो। हम आज जो कुछ भी है या हमने जो कुछ भी सिखा या जाना है उसके पीछे किसी न किसी का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सहयोग व उसे सिखाने की भूमिका रही है।
शिक्षक दिवस पर विशेषः कोरोना काल में शिक्षकों की डिजिटल चुनौतियां
साल 2020 में ये मार्च का महीना था। कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को एक ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया था, जहां सबकी गति मानो थम सी गई थी।
वैदिक परंपराओं के पुनर्जागरण को आकार दे रहा है सुरभि शोध संस्थान
रश्मि दाधीच - 0
त्रिपुरा के बालक मुक्ति की बांसुरी की धुन व नेपाल की आशा के ढोलक की थाप पर कृष्ण भजन, सुनकर मन भाव विभोर सा हो गया।
आत्म जागरण का पर्व है पर्यूषण
अहिंसा और मैत्री द्वारा ही शांति मिल सकती है। आज जो हिंसा, आतंक, आपसी-द्वेष, नक्सलवाद, भ्रष्टाचार जैसी ज्वलंत समस्याएं न केवल देश के लिए बल्कि दुनिया के लिए चिंता का बड़ा कारण
पापड़ के लोए बनाने का एक दुर्लभ प्राचीन यंत्र
विगत 20-25 वर्षो में घर मे पापड़ बनाने की परंपरा लुप्त होती जा रही है । यह यंत्र एक संग्रहालय की वस्तु बन गया है ।
वामपंथियों का ‘असली इतिहास’ पढ़ाया जाएगा जेएनयू में
अब तक कम्युनिस्ट और कट्टरपंथी मुसलमानों के इस प्रकार के गठजोड़ चाहे वो किसी भी प्रकार के रहे हों, हमेशा छुपाये जाते रहे हैं।
कोटा के डॉ. दीपक को “ ग्लोबल लाईब्रेरीयन अवार्ड”
इस अवार्ड्स का मुख्य आधार राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर अर्जित उपलब्धियां है । गौर तलब है कि कोवीड -19 के प्रारम्भ मे डा दीपक कुमार श्रीवास्तव
माँ ने बच्चों को बुलाकर दी,नैत्रदान की सीख
आज जब बच्चों ने जन्मदिन मनाने का निर्णय लिया तो मैंने उनको यही कहा कि जब भी कभी मेरा अंतिम समय आता है,तो यह नेक काम जरूर करवा देना,जिससे मेरा जीवन भी किसी के काम आ सकेगा।
‘देशभक्तों’ के खानदान का ये इतिहास जानकर आप हैरान रह जाएंगे
दीवान लालचन्द फोगाट डीएलएफ कम्पनी का संस्थापक था, इसने अपनी पहली कालोनी रोहतक में काटी थी