प्रधानमंत्री कार्यालय से भेजे गए एक पत्र के कारण कर्नाटक के मंड्या जिले में रहने वाली मुस्लिम लड़की को अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने का मौका मिल पाया है। एमबीए की छात्रा बीबी सारा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था और अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वित्तीय सहायता की मांग की थी। 10 दिन के भीतर ही पीएमओ द्वारा जवाब आया जिसमें लड़की को एजुकेशन लोन मिल जाने की बात कही गई थी। दरअसल मांड्या के शुगर शहर में रहने वाली सारा ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से लोन लेने की अर्जी दी थी ताकि वह पीईएस कॉलेज में अपनी पढ़ाई पूरी कर पाए। उसके पिता की पिछले आठ महीने से सैलरी नहीं आई थी और लड़की को कॉलेज की फीस भरनी थी।
हालांकि बैंक ने लोन ऐप्लिकेशन को यह कहते हुए नकार दिया कि जब तक पुराना पैसा नहीं चुकाएंगे, नया लोन नहीं मिल सकता। बैंक अधिकारियों के चक्कर काटने के बाद सारा और उसके पिता अब्दुल इलियास ने प्रधानमंत्री मोदी से मदद की गुहार लगाई थी। पीएम मोदी ने बिना वक्त गंवाए तुरंत प्रतिक्रिया दी। पीएमओ का जवाब आने के तुरंत बाद ही सारा को विजया बैंक से 1.5 लाख रुपए का लोन मिल गया। विजया बैंक की ब्रांच मैनेजर क्षमा कुमार ने कहा कि सारा के पिता पीएमओ का लेटर लेकर बैंक के पास आए थे। हमनें उनका बैकग्राउंड चेक किया और देखा कि वह एजुकेशन लोन दिए जाने के योग्य हैं। इसलिए हमने लोन स्वीकार कर दिया।
लोन मिलने के बाद सारा ने कहा कि करोड़ों लोगों की इस तादाद में प्रधानमंत्री मोदी ने मेरे अकेले लिखे गए पक्ष का जवाब दिया। मैं उनसे मुलाकात करना चाहूंगी ताकि उनका धन्यवाद कर सकूं। लड़की ने पत्र में बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ योजना का जिक्र करते हुए कहा कि अगर पीएम मोदी उसकी मदद कर देंगे तो वह पढ़ाई पूरी कर पाएगी।