एसोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2016-17 में 21 इलेक्टोरल ट्रस्ट को 325.27 करोड़ रुपये चंदे के रुप में मिले है। इनमें से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को सर्वाधिक 89 फीसदी रकम मिली। BJP को मिली कुल रकम 290.22 करोड़ है। इसके बाद कांग्रेस को 5 फीसदी (16.5 करोड़) रकम, शिरोमणि अकाली दल को 2.75 फीसदी (9 करोड़) और सपा को 2 फीसदी (6.5) का दान मिला। इस बार इन ट्रस्टों ने सिर्फ 10 पार्टियों को चंदा दिया है।
पिछले चार वर्षों में इन इलेक्टोरल ट्रस्टों को कुल 637.53 करोड़ रुपये चंदे में मिले है। इन ट्रस्टों ने सबसे ज्यादा दान बीजेपी को किया है। बीजेपी को पिछले चार सालों में करीब 77 फीसदी (488.94 करोड़ रुपये) रकम मिला है। इसके बाद कांग्रेस को 86.65 करोड़ रुपये और एनसीपी को 10.78 करोड़ रुपये मिले है। पिछले चार सालों में सबसे ज्यादा दान क्षेत्रीय पार्टियों में शिरोमणि अकाली दल को मिला है। अकाली दल को 11 करोड़ जबकि समाजवादी पार्टी को 8.19 करोड़ रुपये मिले है।
2013 में पहली बार 6 इलेक्टोरल ट्रस्ट सामने आए थे जिन्होंने राजनीतिक पार्टियों को चंदा दिया था। इन चुनावी ट्रस्टों को हर वित्त वर्ष में मिले चंदे का 95 प्रतिशत पंजीकृत राजनीतिक दलों को देना होता है। इन ट्रस्टों को 2013-14 में 85.37 करोड़, वर्ष 2014-15 में 177.4 करोड़ रुपये और 2015-16 में 49.5 करोड़ रुपये को चंदा मिला था।
इन ट्रस्टों द्वारा चुनाव आयोग को दी गई सालाना रिपोर्ट के आधार पर एडीआर ने यह अध्ययन किया है। पिछले साल की तुलना में इस साल चुनावी ट्रस्टों को मिले चंदे में काफी इजाफा हुआ है जबकि इस साल सिर्फ 6 इलेक्टोरल ट्रस्ट ने चंदे की जानकारी दी है। 6 चुनावी ट्रस्ट ने अब तक चंदे में मिली रकम की जानकारी नहीं दी है। 8 चुनावी ट्रस्टों ने कहा है कि उन्हें कोई चंदा नहीं मिला है। जबकि पिछले साल सितंबर महीने में जम्मू-कश्मीर में एक जनशक्ति इलेक्टोरल ट्रस्ट की स्थापना हुई थी, उसने अभी चंदे के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। सबसे ज्यादा रकम चंदे के रुप में इस साल सत्या ट्रस्ट को मिला है। उसे 283.73 करोड़ मिले है। इस ट्रस्ट ने बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा दिया है। बीजेपी को सत्या ट्रस्ट ने करीब 252.22 (89 फीसदी) करोड़ रुपये दान में दिया है।
पिछले चार सालों में ट्रस्टों को मिला चंदा- 637.53 करोड़ रुपये
राष्ट्रीय पार्टी
बीजेपी-488.94 करोड़ रुपये
कांग्रेस-86.65 करोड़ रुपये
एनसीपी-10.78 करोड़ रुपये
सीपीएम-0.02 करोड़ रुपये
टीएमसी-2.03 करोड़ रुपये
क्षेत्रिय पार्टियां
अकाली दल-11 करोड़
सपा-8.17 करोड़
बीजेडी-5.50 करोड़
आईएनएलडी-5 करोड़
आप-4 करोड़
शिवसेना-3.31 करोड़
जेडीयू-3.09 करोड़
टीडीपी-2 करोड़
जेएमएम-1.88 करोड़
आरजेडी-1.5 करोड़
लोजपा-1 करोड़