Sunday, November 24, 2024
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बुलेट ट्रैन: बाधाएँ दूर, हवा से बातें करने वाली गाड़ी को जमीन मिली

अपनी शर्तों पर महाराष्ट्र सरकार ने बुलेट ट्रेन स्टेशन के लिए जमीन दे दी है। बांद्रा कुर्ला कांप्लेक्स में बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाने के लिए 10 एकड़ जमीन की आवश्यकता थी। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार में कई बार बातचीत भी हुई। इसके लिए केंद्र सरकार ने मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण से बीकेसी में जमीन की मांग की थी, लेकिन उसी स्थान पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की पसंदीदा परियोजना अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद (आइएफएससी) के निर्माण का निर्णय एमएमआरडीए ने लिया है। अब तक इस जमीन को लेकर कई घोषणाएं हुई लेकिन एमएमआरडीए ने अब तक बीकेसी का वह भूखंड रेलवे को नहीं सौंपा था। इसके बाद ये य सवाल उठने लगा था कि क्या रेल मंत्रालय बिना भूखंड के बुलेट ट्रेन का भूमिपूजन करने जा रहा है, लेकिन प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के दबाव के बाद फड़णवीस सरकार ने जमीन देने का फैसला आनन फानन में ले लिया। मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) आयुक्त यू.पी.एस. मदान ने बीकेसी स्थित 10 एकड़ जमीन हाई स्पीड रेल कॉरिडोर को सौंप दी। यह कार्यक्रम में केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की उपस्थिति में संपन्न हुआ।

एक अधिकारी ने कहा कि बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स का कुल 40 हजार वर्ग मीटर भूखंड मुंबई के स्टेशन के लिए उपलब्ध कराना निश्चित हो चुका है।
बुलेट ट्रेन का पहला स्टेशन मुंबई के बांद्रा-कुर्ला संकुल (बीकेसी) में बनाने का निर्णय लिया गया है।
मुंबई से अहमदाबाद की 508 किलोमीटर की दूरी दो से लेकर ढाई घंटे में बुलेट ट्रेन पूरा करेगा. इस मार्ग पर कुल 12 स्टेशन होंगे. इनमें से 4 स्टेशन महाराष्ट्र में और अन्य 8 स्टेशन गुजरात में होंगे।
मुंबई से अहमदाबाद बुलेट ट्रेन के पहले स्टेशन के लिए बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स में जमीन देने के लिए एमएमआरडीए पहले इच्छुक नहीं था. क्योंकि उसे इस जगह के लिए अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्था से भारी मात्रा में धनराशि मिलने की आशा थी। इससे लिए दादर या कुर्ला में स्टेशन बनाने का सुझाव दिया गया था. किन्तु नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पानागरिया और कैबिनेट कमिटी ऑन इकॉनॉमिक अफेयर्स के साथ एमएमआरडीए के अधिकारियों की बैठक के बाद यह व्यावधान दूर हो गया।
अब बांद्रा-कुर्ला काम्प्लेक्स का यह स्टेशन चूंकि भूमिगत होगा, अत: सूत्रों ने बताया कि स्टेशन के ऊपर एमएमआरडीए वित्तीय संस्था के कार्यालय की इमारत का निर्माण आसानी से कर सकता है।

बुलेट ट्रेन की विशेषता

508 किलोमीटर लंबा सफर केवल 2 घंटे में तय करेगी बुलेट ट्रेन
12 स्टेशन होंगे कुल, 4 महाराष्ट्र में और 8 गुजरात में
महाराष्ट्र में : मुंबई (बांद्रा-कुर्ला), ठाणे, विरार, बोईसर, गुजरात में : वापी, बिलीमोरा, सूरत, भरूच, वड़ोदरा, आणंद, अहमदाबाद, साबरमती.
10 एकड़ जमीन पर बनेगा स्टेशन बीकेसी में
1 लाख 10,000 करोड़ रुपये परियोजना की लागत
88000 करोड़ रुपये जाईका द्वारा दिया जा रहा है
मुंबई से अहमदाबाद : 508 किलोमीटर

मुंबई से अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रकल्प 99 हजार करोड़ रुपए का होगा. इसके लिए जापान 79 हजार करोड़ रुपए 50 वर्ष के दीर्घ कालीन कर्ज देगा. बाकी के 20 हजार करोड़ रुपए स्पेशल पर्पज व्हेहिकल के अंतर्गत जुटाए जाएंगे. इसमें से 50 प्रतिशत हिस्सा रेल्वे का और 25-25 प्रतिशत महाराष्ट्र व गुजरात सरकारें देंगी.

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