दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों में शुमार की जाने वाली चीन की कंपनी अलीबाबा के संस्थापक जैक मा का कहना है कि भले ही आज वह अरबों डॉलर की संपत्ति के मालिक हैं, लेकिन तब ज्यादा खुश थे, जब उनकी कमाई महीने में सिर्फ 12 डॉलर (करीब 750 रुपये) ही थी । चीन के सबसे अमीर व्यक्ति जैक मा ने न्यू यॉर्क स्टॉक एक्स्चेंज में एक इंटरव्यू में कहा कि 1988 में ग्रेजुएशन करने के बाद वह अपने गृह नगर हांगझू में में एक स्थानीय यूनिवर्सिटी में पढ़ाने का काम करते थे।
बीते साल सितंबर में जैक मा ने अपनी कंपनी का आईपीओ जारी किया था, जिससे कंपनी ने रेकॉर्ड 25 अरब डॉलर जुटाए थे। जैक मा का कहना है कि वह भले ही आज अरबपति हैं, लेकिन उस दौर में वह काफी खुश थे जब सिर्फ 12 डॉलर महीने ही कमा पाते थे। मा पर बनी डॉक्युमेंट्री 'क्रोकोडाइल इन यांगत्जे' में भी उनके जीवन के तमाम पहलुओं को दिखाया गया है। न्यू यॉर्क के 'इकनॉमिक्स क्लब' में जैक मा ने कहा कि वह मेरी जिंदगी के बेहतरीन दिनों में से एक थे।
अपने गरीबी के दिनों के बारे में जैक मा ने कहा कि जब आपके पास बहुत ज्यादा पैसे नहीं होते, तब आप जानते हैं कि आपको पैसे किस तरह से खर्च करने हैं। लेकिन, जब आप अरबों डॉलर की संपत्ति के मालिक हो जाते हैं, तो आपकी जिम्मेदारियां भी बहुत बढ़ जाती हैं। अपने संबोधन में जैक मा ने कहा, 'यदि आपके पास एक मिलियन डॉलर की रकम हो तो आप जानते हैं कि आपको यह पैसे कैसे खर्च करने हैं। लेकिन, बिज़नस में कमाए गए अरबों रुपये आपके नहीं होते, वह लोगों का भरोसा होता है, जिस पर खरा उतरने का हमेशा दबाव बना रहता है।' मा ने कहा कि वह महसूस करते हैं कि उन्हें अपनी पूंजी को सामाजिक कामों पर भी खर्च करना चाहिए।
जैक मा ने कहा कि वह लोगों के पैसे को बेहद ज़िम्मेदारी से खर्च करते हैं। अंग्रेजी न्यूज़ चैनल सीएनएन से बातचीत में जैक ने कहा कि जब मैं अध्यापक था, तब बेहद खुश था। किसी के पास भी यदि एक मिलियन डॉलर हों, तो वह खुशनसीब होता है, लेकिन जब आप के पास अरबों की रकम हो तो तमाम मुश्किलें भी होती हैं।
साभार- इकॉनामिक टाईम्स से