इन्दौर। अब आधार कार्ड को मतदाता पहचान-पत्र (वोटर कार्ड) से जोड़ा जाएगा। इससे मतदान में होने वाली गड़बड़ियां कम होंगी। साथ ही मतदाता सूची में गलत जुड़े नाम हटाए जाएंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत ने इन्दौर में आय़ोजित अधिकारियों की बैठक में ये जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आधार कार्ड को मतदाता पहचान-पत्र से जोड़ने के लिए राजनीतिक दलों ने सुझाव रखा है, जिसे मान लिया है। इस पर शीघ्र कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने दो घंटे में आठ मान्यता प्राप्त दलों के प्रमुखों से मुलाकात की। भाजपा ने इंदौर सहित अन्य जगहों पर रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों का मुद्दा उठाया। सभी चुनाव एक साथ किए जाने की बात पर रावत ने कहा कि संविधान में संशोधन होने के बाद ही ऐसा हो सकता है।