दो टूक : प्रेम कब होगा पता नहीं। आप कितना भी चाहे इस मामले में आपकी मर्जी नहीं चलेगी। बस इतनी सी बात कहती है राधिका राव-विनय सप्रू जैसी जोड़ी निर्देशकों की सनी देओल, कंगना रनोट, तनिषा चटर्जी , प्रकाश राज, मनोज जोशी , रीमा लागू , विराग मिश्रा, सुरेखा सिकरी, प्रेम चोपड़ा, लिलिट दुबे, फर्ज़िल, माया अलग और नवीन चौधरी के अभिनय वाली आई लव एन वाई / न्यू इयर।
कहानी : फिल्म की कहानी न्यूयार्क और शिकागो में नए साल की शाम मिले कुछ अनजान लोगों की है। इनमे रणधीर सिंह (सनी देओल) उसकी प्रेमिका रिया (तनीषा चटर्जी) और टिक्कू वर्मा (कंगना रनोट) के साथ इशान (नवीन चौधरी) जैसे लोग शामिल हैं। रणधीर और टिक्कू अजीबो गरीब हालत में हर बार मिलते हैं और सुबह होते होते उन्हें लगता है जैसे वो दूसरे से जुड़ गए हैं। कहानी तब बदलती है जब पता चलता है कि रिया रणधीर की और ईशान टिक्कू से पहले ही एक दूसरे के जीवन से जुड़े हैं।
गीत संगीत: फिल्म में प्रीतम, फलक शब्बीर, आर डी बर्मन और अनुपम आमोद का संगीत और गीत मयूर पूरी के साथ सईद कादरी और फलक शब्बीर के हैं। फिल्म बेशक देर से प्रदर्शित हो रही है लेकिन सोनू निगम, शान, तुलसी कुमार, सुखविंदर सिंह, मौली दवे और तोचि रैना के गाये गुड नाल इश्क मीठा, हलकी हलकी और आजा मेरी जान जैसे गीत आप सुन सकते हैं.
अभिनय : फिल्म केंद्र में सनी देओल और कंगना हैं। दोनों की जोड़ी बेशक अजीब लगे पर निराशा नहीं होती। तनिषा चटर्जी ठीक हैं लेकिन बहुत उम्मीद नहीं जगाती। प्रकाश राज और प्रेम चोपड़ा जाने पहचाने लगते हैं और मनोज जोशी, रीमा लागू, विराग मिश्रा, सुरेखा सिकरी, लिलिट दुबे छोटे छोटे चरित्रों में हैं। माया अलग बहुत समय बाद दिखी। रही नवीन चौधरी और रिया की बात, तो जब नायक और नायिका का नाम बड़ा हो तो फिर नवीन और रिया के लिए बहुत कुछ नहीं बचता।
निर्देशन: राधिका राव और विनय सप्रू ने लकी में जो संभावनाएं जगाई थी वो कहानी कहने का नया अंदाज था और फिल्म के कैनवास को कैमरावर्क के साथ बरतने का भी। इस फिल्म में कहानी के स्तर पर वो कुछ आगे बढे हैं। कहानी शिल्प में बहुत कुछ नया नहीं है लेकिन कथानक और परिस्थितियां हमें उबाऊ नहीं लगती। पात्र भी बुरे नहीं है। चाहे तो फिल्म देख लें।
फिल्म क्यों देखें : न्यूयार्क की रातीली सुंदर लोकेशन के लिए।
फिल्म क्यों न देखें: बाहुबली के सामने बहुत कमजोर है।