हाडौती के प्रमुख सांस्कृतिक एवं पर्यटन महोत्सव बूंदी उत्सव की छटा 2 वर्ष बाद फिर बिखरेगी। जिला प्रशासन एवं पर्यटन विभाग द्वारा बूंदी उत्सव इस बार 2 दिन 22 व 23 नवंबर को मनाया जा रहा है। जिला कलेक्टर रेणु जयपाल ने आह्वान किया है कि बूंदी के नागरिक इस उत्सव की सभी गतिविधियों में हिस्सा लेकर उनका सौंदर्य बढ़ाएं। इस अवसर पर लोक कलाकारों की भव्य प्रस्तुति भी होंगी।सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक राजस्थानी लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां मुख्य-मुख्य पर्यटक स्थलों पर भी होंगी।
बूंदी उत्सव के अवसर पर 22 नवंबर को आर्ट गैलरी में फोटो एवं चित्रकला प्रदर्शनी का भी शुभारंभ होगा। प्रदर्शनी में बूंदी ब्रश एवं अन्य कलाकारों द्वारा बूंदी शैली एवं अन्य विविध विषयों की चित्र कृतियां प्रदर्शित की जाएंगी। साथ ही बूंदी उत्सव की अब तक की विकास यात्रा को भी प्रदर्शनी में फोटो के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी प्रातः 11 बजे आर्ट गैलेरी में शुरू होगी जो 23 नवंबर तक चलेगी।
इसी दिन रस्सा-कस्सी, मूंछ प्रतियोगिता, साफा बंधन, पणिहारी दौड़ 11.30 बजे खेल संकुल में आयोजित होंगी। इनमें स्थानीय नागरिक रोचक प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकेंगे।
दीपदान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम शाम 5.30 बजे नवल सागर पर होगा। इस गतिविधि में महिला एवं बाल विकास एवं अन्य संस्थाओं की भागीदारी से सैकड़ों दीपों से नवल सागर को रोशन किया जाएगा।
बूंदी उत्सव के दूसरे दिन मंगलवार 23 नवम्बर को सुबह 10 बजे चित्रकला वर्कशॉप सुखमहल बून्दी में होगी। यहां बूंदी ब्रश के कलाकार सुख महल के प्राकृतिक सौंदर्य को कू़ंची से फलक पर उतारेंगे। दोपहर बाद कलाकारों के बनाए चित्रों का अतिथियों द्वारा अवलोकन किया जाएगा।
इसी दिन चित्रकला प्रतियोगिता सुबह 10.30 बजे आर्ट गैलेरी में होगी। इसमें विद्यार्थी भाग ले सकेंगे। ड्राइंग शीट प्रतियोगिता स्थल पर दी जाएगी जबकि रंग एवं अन्य सामग्री स्वयं लानी होगी। प्रथम द्वितीय व तृतीय प्रतियोगियों को पुरस्कृत किया जाएगा। सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक राजस्थानी लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां मुख्य-मुख्य पर्यटक स्थलों पर होंगी।