दल गुलाम इस पोस्ट को बिलकुल न पढ़ें और राष्ट्रभक्त इसे अंत तक पढ़ें और अपने सभी मित्रों को भी फॉरवर्ड करें….
दिल पर हाथ रखकर ईमानदारी से बताइए
घूसखोरी खत्म हुई?
कमीशनखोरी खत्म हुई?
दलाली खत्म हुई?
सूदखोरी खत्म हुई?
जमाखोरी खत्म हुई?
मिलावटखोरी खत्म हुई?
कालाबाजारी खत्म हुई?
मुनाफाखोरी खत्म हुई?
नशा तस्करी खत्म हुई?
मानव तस्करी खत्म हुई?
रोहिंग्या घुसपैठ खत्म हुई?
बांग्लादेशी घुसपैठ खत्म हुई?
लैंड जिहाद खत्म हुआ?
लव जिहाद खत्म हुआ?
पत्थरबाजी खत्म हुई?
धर्मांतरण खत्म हुआ?
अलगाववाद खत्म हुआ?
आतंकवाद खत्म हुआ?
*माओवाद खत्म हुआ?
नक्सलवाद खत्म हुआ?
इन समस्याओं के मूल कारण और स्थाई समाधान पर संसद में चर्चा हुई?
इन समस्याओं के मूल कारण और स्थाई समाधान पर विधानसभा में चर्चा हुई?
ये समस्याएं चीन-जापान में क्यों नहीं हैं?
ये समस्याएं कोरिया-सिंगापुर में क्यों नहीं हैं?
क्या वहां के शासक हमारे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी से ज्यादा मेहनती ईमानदार और राष्ट्रभक्त हैं?
याद रखिए, उपरोक्त कोई भी समस्या लाईलाज नहीं है और हर समस्या का समाधान है लेकिन तू तू मैं मैं, आरोप प्रत्यारोप, नूरा कुश्ती और बतोलेबाजी करने से समस्या खत्म नहीं होगी?
यदि अपने बच्चों के भविष्य की चिंता है तो अपने सांसद से मिलकर 1950 से पहले बने सभी कानूनों को खत्म करने और निम्नलिखित 10 कानूनों को लागू करने की मांग करिए
एक देश एक कर संहिता
एक देश दंड शिक्षा संहिता
एक देश एक पुलिस संहिता
एक देश एक न्यायिक संहिता
एक देश एक नागरिक संहिता
एक देश एक जनसंख्या संहिता
एक देश एक धर्मस्थल संहिता
एक देश एक श्रम संहिता
एक देश एक बैंकिंग संहिता
एक देश एक प्रशासनिक संहिता
यदि आपके सांसद इन कानूनों के लिए प्राइवेट बिल पेश करने के लिए तैयार हैं तो मैं बिल बनाकर दूंगा।
याद रखिए, आज के अच्छे नेता 25 साल बाद आपका घर बचाने नहीं आएंगे लेकिन उपरोक्त 10 कानून आपके बच्चों को बचाएगा।
(लेखक जाने माने वकील एवं सामाजिक कार्यकर्ता हैं और जनहित के मुद्दों पर सर्वोच्च न्यायालय में लगातार संघर्ष कर रहे हैं)