ब्रह्मध्वज नमस्तेऽस्तु सर्वाभीष्टफलप्रद। प्राप्तेऽस्मिन् वत्सरे नित्यं मद्गृहे मङ्गलं कुरु
सभी मनोवांछित फल प्रदान करने वाले ब्रह्मध्वज को हम नमन करते हैं, यह नववर्ष सभी के लिए मंगलमय हो।
नववर्षं नवचैतन्यं ददातु। नववर्ष नवहर्षम् आनयतु। नववर्ष नवोत्साहं ददातु। शुभकरो ते भवतु आगामिवत्सरः। आपृच्छस्व पुराणम् आमन्त्रयस्व च नवम् आशा-सुस्वप्न-जिगीषाभिः।
अवतु प्रीणातु च त्वां भक्तवत्सलः ईश्वरः ।
अत्यद्भुतं ते भवतु अग्रिमं वर्षम्
आशासे त्वज्जीवने नवं वर्षम् अत्युत्तमं शुभप्रदं स्वप्नसाकारकृत् कामधुग्भवतु।
सर्वस्तरतु दुर्गाणि सर्वो भद्राणि पश्यतु। सर्वः कामानवाप्नोतु सर्वः सर्वत्र नन्दतु॥
नव वर्ष का हर दिन आपके जीवन को आनंदमय व मंगलमय बनाए। आपके जीवन में उत्साह की संचार हो।
ईश्वर आपकी सभी कठिनाइयों को दूर करे, आप सभी परिवारजनों को अपार सुख मिले, सभी की मनोकामनाएं पूरी हों, सभी हर परिस्थिति में आनंदित हों।
सादर
प्रेक्षा जोशी
शिवानी जोशी
चन्द्रकांत जोशी
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