Sunday, November 24, 2024
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नहीं रहीं वरिष्ठ पत्रकार सुजाता आनंदन

मुंबई। वरिष्ठ पत्रकार सुजाता आनंदन का बुधवार रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। नवी मुंबई में बुधवार रात उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 65 वर्ष की थीं।

तीन दशकों तक महाराष्ट्र की राजनीति के इतिहासकार के रूप में जानी जाने वाली सुजाता आनंदन ने शिव सेना पर एक किताब भी लिखी थी।

उन्होंने ‘दि इंडियन एक्सप्रेस’, ‘नेशनल हेराल्ड’, ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’, ‘आउटलुक’ जैसे समाचार पत्र-पत्रिकाओं और न्यूज एजेंसी ‘यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया’ सहित कई अन्य दैनिक समाचार पत्रों के लिए काम कर चुकी थीं और कई समाचार पत्रों के लिए कॉलम लिखती थीं।

आनंदन ने मुंबई में रिपोर्टिंग के दौरान अखबारों के माध्यम से बाला साहेब ठाकरे की शिवसेना के उत्थान और पतन का सटीक और गहन विश्लेषण किया था। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस पार्टी की नीतियों, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के उत्थान जैसे विषयों पर भी काफी कुछ लिखा था।

सुजाता आनंदन मूल रूप से नागपुर की रहने वाली थीं। उन्होंने नागपुर यूनिवर्सिटी से बीएससी और बैचलर ऑफ जर्नलिज्म की पढ़ाई की थी। उन्होंने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत वर्ष 1985 में समाचार एजेंसी ‘यूएनआई’ के माध्यम से की थी। 1994-98 के बीच, आनंदन ने दैनिक ‘इंडियन एक्सप्रेस’ के मुंबई संस्करण के लिए एक विशेष संवाददाता के रूप में काम किया था। उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित अंग्रेजी साप्ताहिक ‘आउटलुक’ में 1998 से 2000 तक दो साल तक सहायक संपादक के तौर पर काम किया था। इसके बाद 2000 से 2016 के बीच उन्होंने दैनिक ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ के मुंबई संस्करण में राजनीतिक संपादक के रूप में काम किया। वर्तमान में वह अंग्रेजी अखबार ‘नेशनल हेराल्ड’ में सलाहाकार संपादक के तौर पर काम कर रही थीं। तीव्र लेखनी और घटनाओं के गहन विश्लेषण ने उनकी खबरों और लेखों को आम पाठकों और राजनीतिक हलकों के बीच लोकप्रिय बना दिया था।

सुजाता आनंदन ने महाराष्ट्र की राजनीति और सामाजिक कार्यों पर दो अंग्रेजी किताबें लिखी हैं। दो पुस्तकों ‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे – हाउ शिव सेना चेंज्ड मुंबई फॉरएवर’ और ‘महाराष्ट्र मैक्सिमस – द स्टेट, इट्स पीपल एंड पॉलिटिक्स’ के माध्यम से उन्होंने महाराष्ट्र की राजनीतिक और सामाजिक घटनाओं पर टिप्पणी करके गहन विश्लेषण और जानकारी प्रदान की है।

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