कोटा 30 मई/ राजस्थान पेंशन समाज कोटा ने पेंशनर्स समाज की विभिन्न समस्याओं को लेकर संभागीय आयुक्त को मुख्यमंत्री के नाम बुधवार को ज्ञापन दिया।
राजस्थान पेंशन समाज के जिला अध्यक्ष श्री रमेश चंद्र गुप्ता ने जानकारी दी की राज्य कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति के बाद मूल पेंशन की अधिकतम 33 प्रतिशत तक राशि काॅम्यूटेशन के रूप में दी जाती है जो 14 वर्ष में वापस वसूल की जाती है। उक्त राशि पर 12 प्रतिशत ब्याज वसूल किया जाता है वर्तमान समय में जब बैंक द्वारा ब्याज दरों में कमी कर दी गई है । इस समय अधिकतम 8 प्रतिशत ब्याज दर से काॅम्यूटेशन राशि की गणना की जानी चाहिए जो अधिकतम 11 वर्ष तक वसूल की जानी चाहिए। पुराने पेंशनर्स जिनके 11 वर्ष पूर्व हो गए हैं उनकी कटौती बंद की जाए।
30 जून को सेवानिवृत कर्मचारियों को एक वेतन वृद्धि का लाभ अविलंब दिया जाना चाहिए इसके अतिरिक्त कोरोना कॉल मैं 18 माह का बकाया डी ए का भुगतान किया जावे। पारिवारिक पेंशन की पात्रता हेतु पूर्व की भांति पारिवारिक पेंशन स्वीकृत की जाए । आरजी एच एस मैं निर्धारित बीमारियों की सूची में अन्य बीमारियों की सूची जोड़ी जाए । आरजीएस योजना में जांचों के लिए ₹30000 रुपए की अतिरिक्त राशि नियत की जाए । पेंशनर्स को अस्पतालों में भरती करके 5 दिन में डिस्चार्ज करने के नियम को समाप्त किया जाए ।
मान्यता प्राप्त अस्पतालों में शाम 7:00 बजे के बाद आरजीएस की विंडो बंद कर दी जाती है उसे रात्रि 7:00 से सुबह 9:00 बजे तक खोला जा कर चौबीस घंटे इलाज की सुविधा दी जावे।
पेंशनर्स को 65 वर्ष, 70 वर्ष, 75 वर्ष एवम् 80 वर्ष पूर्ण करने पर वेतन वृद्धि का लाभ दिया जावे । ज्ञापन देने में आर.पी. गुप्ता महासचिव, हरि सुदन शर्मा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, घनश्याम शर्मा उपाध्यक्ष एवं रमेश पोरवाल सचिव भी उपस्थित रहे ।