Sunday, November 24, 2024
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“रेल दर्पण” के रजत जयंती विशेषांक का पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री जी. सी. अग्रवाल द्वारा विमोचन

मुंबई। भारत की महामहिम राष्ट्रपति महोदया के हाथों भारत सरकार के गृह मंत्रालय के राजभाषा निदेशालय की महत्त्वपूर्ण पुरस्कार योजना के अंतर्गत देश की सर्वश्रेष्ठ गृह पत्रिका के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी पश्चिम रेलवे की लोकप्रिय गृह पत्रिका “रेल दर्पण” के नवीनतम रजत जयंती विशेषांक का विमोचन मंगलवार, 26 अप्रैल, 2016 को चर्चगेट स्थित प्रधान कार्यालय में पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री जी. सी. अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर श्री कुमार ने पत्रिका की सम्पादकीय टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि एक लोकप्रिय गृह पत्रिका के रूप में “रेल दर्पण” ने अपनी रचनात्मक उत्कृष्टता के लिये न सिर्फ अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं, बल्कि पश्चिम रेलवे की साहित्यिक प्रतिभाओं को उनकी वैचारिक अभिव्यक्ति के लिये एक सशक्त माध्यम भी उपलब्ध कराया है। इस मौके पर अपर महाप्रबंधक श्री एस. के. पाठक, महाप्रबंधक के सचिव श्री रजनीश तोमर, “रेल दर्पण” के प्रधान सम्पादक एवं पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविंद्र भाकर, वरिष्ठ कार्यकारी सम्पादक श्री गजानन महतपुरकर तथा कार्यकारी सम्पादक श्री सी. एन. के. डेविड एवं श्री होरमज़ मोहता भी उपस्थित थे।

प्रधान सम्पादक श्री भाकर ने महाप्रबंधक महोदय को नवीनतम अंक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह नया अंक ‘रेल दर्पण’ का 25 वाँ अंक है। अतः इसे रजत जयंती विशेषांक के रूप में प्रकाशित किया गया है। इस विशेषांक में इस लोकप्रिय पत्रिका के पिछले 24 अंकों की संक्षिप्त रोचक जानकारी ‘विशेष फोटो फीचर’ के अंतर्गत दी गई है, वहीं मशहूर फिल्मकार श्री कबीर खान का इंटरव्यू, महाप्रबंधक श्री जी. सी. अग्रवाल का विशेष लेख, मशहूर कवि श्री कैलाश सेंगर की ग़ज़लें और सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार श्री आशकरण अटल की व्यंग्य रचना ‘खलनायक भेद’ इस अंक के विशेष आकर्षण हैं। कथा कुंज, काव्यात्मक अभिव्यक्ति, वैचारिकी, सामयिक गतिविधियाँ, मंडलों के अंचलों से, प्रदर्शनी की झलक-निहारें अपलक, पाठक पीठिका, जिंदादिली और उल्लास के हरकारे, स्वास्थ्य चर्चा, व्यंग्य-वीथिका, सखियों का संसार, खेल खिलाड़ी और ‘तस्वीर बोलती है’ जैसे नियमित स्तम्भों के अलावा इस बार पश्चिम रेल मुख्यालय की स्थानीय प्रादेशिक भाषा मराठी की सांस्कृतिक अस्मिता को बढ़ाने के उद्देश्य से मराठी भाषा में भी एक नया स्तम्भ ‘माय मराठी’ शुरू किया गया है।

फोटो कैप्शन

पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री जी. सी. अग्रवाल ‘रेल दर्पण’ के रजत जयंती विशेषांक का विमोचन करते हुए। उनके साथ अपर महाप्रबंधक श्री एस. के. पाठक, महाप्रबंधक के सचिव श्री रजनीश तोमर, मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी एवं प्रधान सम्पादक श्री रविंद्र भाकर तथा सम्पादकीय टीम के अन्य सदस्य भी दिखाई दे रहे हैं।

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