भोपाल। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा मध्यभारत प्रांत के महाविद्यालय अध्यक्ष, मंत्री और नगर मंत्रियों की बैठक पॉलिटेक्निक चौराहा स्थित हिंदी भवन में आयोजित हुई। जिसमें अभाविप के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-प्रांत प्रचारक विमल गुप्ता ने संबोधित किया। इस अवसर पर अभाविप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री चेतस सुखाडिय़ा, राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा, प्रांत अध्यक्ष धर्मेंद्र राजपूत, प्रांत संगठन मंत्री रोहित दुबे, प्रांत मंत्री संदीप वैष्णव उपस्थित रहे।
अभाविप के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत जी ने बताया कि विद्यार्थी परिषद के संपर्क में आने से पत्थर भी सोना बन जाता है। अर्थात कार्यकर्ताओं का चरित्र निर्माण अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद करता है। विद्यार्थियों का एकमात्र संगठन विद्यार्थी परिषद ही है जो, राष्ट्र के लिए कार्य करता है। परिषद की विचारधारा को चरितार्थ करना नगर इकाई का काम है। विद्यार्थी परिषद का वटवृक्ष छात्र शक्ति है। परिषद ने कई ऐसे विषयों पर काम किया है जो, सामाजिक दृष्टि से उपयोगी और महत्वपूर्ण थे।
उन विषयों पर सरकार ने संज्ञान लेकर सामाजिक हित में लागू भी विद्यार्थी परिषद ने करवाया है। महाविद्यालय परिसर में विद्यार्थी परिषद सबसे छोटी और महत्वपूर्ण इकाई है। विद्यार्थी परिषद की पहचान कॉलेज में पढऩे वाला छात्र है। महाविद्यालय में पढ़ते-पढ़ते समाज की समस्या का समाधान, ऐसे विषय जो राष्ट्र हित के लिए कार्य करने चाहिए, वह आज का छात्र ही कल का नागरिक बनकर करेगा। महाविद्यालय की इकाई जितनी मजबूत होगी, संगठन उतनी ही मजबूती से खड़ा होगा।
आकांत जी ने सालभर चलने वाली गतिविधियों को लेकर महत्वपूर्ण बातें अभाविप कार्यकर्ताओं को बताई, जिनमें परिसर चलो अभियान, मासिक समाचार-पत्र लेखन, छात्रों तक स्वामी विवेकानन्द का चरित्र छात्रों तक पहुंचाना, खेलो भारत प्रकल्प, कला, खेल, सेवा, साविष्कार, थिंक इंडिया और पर्यावरण के माध्यम से परिसर में अध्ययन करने वाले छात्रों तक पहुंच सकते है।